देवरिया. परिषदीय विद्यालयों में बिना सूचना के अनुपस्थित और
कार्य में लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों पर बीएसए मनोज
कुमार मिश्र ने सख्त रुख अपनाया है।
16 प्रधानाध्यापकों और 10 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि 10 को प्रतिकूल प्रविष्टि दिया। इसके 22 अध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
16 प्रधानाध्यापकों और 10 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि 10 को प्रतिकूल प्रविष्टि दिया। इसके 22 अध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
दरअसल, लंबे समय से विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। इस
दौरान कई कार्य में भारी लापरवाही की बात सामने आई। इसपर कार्रवाई करते हुए
गौरीबाजार ब्लाक के सहायक अध्यापक वासनी आर्या, अल्का त्रिपाठी, वैभव शाही
और तरकुलवा की शर्मिष्ठा सिंह शामिल हैं। वहीं, जिन दस शिक्षकों को
प्रतिकूल प्रविष्टि दिया गया है उनमें गौरीबाजार ब्लाक के दुर्गेश यादव,
गजाला, गीता देवी, निमिषा यादव, राघवेंद्र, नमिता त्रिपाठी, शशिनाथ सिंह
अजीत कुमार यादव और तरकुलवा के सुनीश अंसारी व हालिमा खातून शामिल हैं।
इसी प्रकार गौरीबाजार ब्लाक के छह शिक्षकों किरन बिरोदय, मीना राय
राजभर, शेषमणि यादव, अरविंद कुमार सिंह आशा मिश्र व उमेश कुमार के विरुद्ध
वेतन कटौती के साथ कठोर चेतावनी दी गई। शेष 28 शिक्षकों में गौरीबाजार
ब्लाक की स्नेहलता देवी, अनुदेशक अमरीश कुमार राय, सत्य प्रकाश, रश्मि,
सहायक अध्यापक सुनीता देवी, रागिनी, अनुपलता पांडेय, पूनम पांडेय, चंदन
द्विवेदी, रविता सिंह, शशिकला मल्ल, पूनम यादव, प्रेमशीला सिंह विनय कुमार,
रूबीना, शिखा, रेनू यादव, सुमनलता देवी, आशा यादव, प्रतिमा यादव तथा
तरकुलवा ब्लाक के सतीश चंद्र उपाध्याय, अफसाना खातून, चिंता देवी, सुशील
सिंह मन्नी देवी, शंकुतला कुशवाहा, सिद्दीक अहमद व गायत्री देवी से
स्पष्टीकरण तलब किया गया।
इससे पहले भी बर्खास्त हो चुके है तीन अध्यापक
फर्जी अंकपत्र से शिक्षामित्र और फिर समायोजित होकर सहायक अध्यापक बनी
जिले की तीन शिक्षिका बर्खास्त कर दी गई हैं। बीएसए मनोज कुमार मिश्र ने
सलेमपुर, तरकुलवा और बनकटा विकास खंड के इन शिक्षिकाओं के विरुद्ध कार्रवाई
करते हुए खंड शिक्षाधिकारियों को इन पर संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज करने
का निर्देश दिया है।
बीएसए ने जिन शिक्षिकाओं की नियुक्ति निरस्त की है, उनमें सलेमपुर विकासखंड स्थित प्राथमिक विद्यालय सोन्हूला में बतौर सहायक अध्यापक कार्यरत नीरा यादव पुत्री मल्लू यादव, तरकुलवा के प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर की सहायक अध्यापक दुर्गा भारती पुत्री गोरखनाथ भारती तथा बनकटा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय पकड़ी नरहियां की सहायक अध्यापक सुरभी कुशवाहा पुत्री हरिशंकर सह शामिल हैं।
बीएसए के अनुसार, बर्खास्त शिक्षिकाओं का चयन समायोजन से पूर्व
वर्ष-2006-07 में शिक्षामित्र पद पर हुआ था। समायोजन के बाद जब तीनों
शिक्षिकाओं के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के अंकपत्रों एवं प्रमाण पत्रों का
सत्यापन बोर्ड से कराया गया तो अंकपत्र कूटरचित एवं फर्जी मिला। प्राथमिक
विद्यालय गोपालपुर, तरकुलवा की बर्खास्त शिक्षिका दुर्गा भारती द्वारा चयन
के समय हाईस्कूल में 656/900 एवं इंटरमीडिएट में 658/900 का अंकपत्र
प्रस्तुत कर चयन कराया गया था। डायट द्वारा द्वितीय वर्षीय प्रशिक्षण
प्राप्त शिक्षामित्रों की सूची में प्राप्तांक हाईस्कूल में 302/600 एवं
इंटरमीडिएट 256/500 पाया गया है। जबकि शिक्षामित्र चयन के समय हाईस्कूल में
657/900 व इंटरमीडिएट का 256/500 का अंकपत्र प्रस्तुत कर चयन कराया गया
था, जो कूटरचित एवं फर्जी है।
यूं खुला था तब मामला
देवरिया के डीएम को जानकारी मिली कि कुछ शिक्षक महीनों से स्कूल नहीं
जा रहे हैं, लेकिन वेतन ले रहे हैं। कुछ नामों के बारे में भी डीएम को
बताया गया था। इसके बाद डीएम ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को इस मामले की
गोपनीय जांच का आदेश दिया था, जिसके बाद चार नामों का खुलासा हुआ है। मामले
की जांच चल रही है। ऐसे चार मामले सामने आए हैं, जिनकी सेवाएं समाप्त करने
और उसने वेतन रिकवरी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ऐसे जिम्मेदारों का
भी पता लगाया जा रहा है, जिन्होंने वेतन जारी किया है।
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