BAREILLY बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूल्स में सैटरडे
से सेमेस्टर सिस्टम के मुताबिक पढ़ाई कराई जाएगी। इसमें महीने के हिसाब से
सिलेबस का निर्धारण किया जाएगा। अधिकारी निरीक्षण कर परखेंगे कि सेमेस्टर
के हिसाब से पढ़ाई चल रही है या नहीं।
यदि अधिकारियों को कोर्स पिछड़ा हुआ मिला, तो उनके खिलाफ विभाग कार्रवाई करेगा। पूरे साल में चार बार बच्चों का मूल्यांकन भी किया जाएगा। इसके साथ ही बच्चों और अभिभावकों को गुरुजी का मूल्यांकन करने का भी मौका मिलेगा।
जिले में 3036 विद्यालय
बरेली जिले में बेसिक के 3036 विद्यालय हैं। इनमें करीब 4 लाख 91 हजार स्टूडेंट्स पंजीकृत हैं। गवर्नमेंट स्कूल्स के गिरते शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए शासन ने सेमेस्टर सिस्टम को लागू किया है। उसने सिलेबस को महीने के अनुसार बांटने के निर्देश दिए हैं। साथ ही बेसिक शिक्षा विभाग को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी जब भी स्कूल के निरीक्षण पर जाएं, तो यह जरुर देखें सेमेस्टर सिस्टम में निर्धारित सिलेबस के अनुसार पढ़ाई हुई है या नहीं। अगर कोर्स सेमेस्टर सिस्टम के मुताबिक नहीं है, तो शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके पीछे शासन की मंशा है कि कार्रवाई के डर से शिक्षक पढ़ाई पर अधिक फोकस करेंगे, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा.
हाई लाइटर
- साल में चार बार बच्चों का होगा मूल्यांकन.
- एक दिन का वेतन रोका जाएगा।
- टीचर के प्रमोशन रोक दिया जाएगा।
- जरुरत पड़ने पर सस्पेंड किया जाएगा।
स्टूडेंट्स करेंगे गुरुजी का मूल्यांकन
सेमेस्टर सिस्टम में हर तिमाही मूल्यांकन के बाद अभिभावकों और शिक्षकों की एक बैठक का आयोजन किया जाएग। इसमें अभिभावकों से उनके बच्चे के प्रदर्शन पर राय ली जाएगी। साथ ही बताया जाएगा कि उन्होंने क्या सीखा। बच्चों में जो भी कमियां रह जाएंगी, उस पर मंथन किया जाएगा। इसके अलावा बच्चे भी शिक्षकों के पढ़ाने की तरीकों के बारे में अपनी राय दे सकेंगे.
वर्जन
सेमेस्टर सिस्टम के मुताबिक महीने बार सिलेबस लिस्ट तैयार कर ली गई। स्कूल्स खुलने से पहले सभी शिक्षकों को लिस्ट भेज दी जाएगी। कोई शिक्षक सेमेस्टर प्रणाली के पालन में लापरवाही बरतता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
डॉ। वीपी सिंह, डीसी सर्व शिक्षा अभियान
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ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
यदि अधिकारियों को कोर्स पिछड़ा हुआ मिला, तो उनके खिलाफ विभाग कार्रवाई करेगा। पूरे साल में चार बार बच्चों का मूल्यांकन भी किया जाएगा। इसके साथ ही बच्चों और अभिभावकों को गुरुजी का मूल्यांकन करने का भी मौका मिलेगा।
जिले में 3036 विद्यालय
बरेली जिले में बेसिक के 3036 विद्यालय हैं। इनमें करीब 4 लाख 91 हजार स्टूडेंट्स पंजीकृत हैं। गवर्नमेंट स्कूल्स के गिरते शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए शासन ने सेमेस्टर सिस्टम को लागू किया है। उसने सिलेबस को महीने के अनुसार बांटने के निर्देश दिए हैं। साथ ही बेसिक शिक्षा विभाग को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी जब भी स्कूल के निरीक्षण पर जाएं, तो यह जरुर देखें सेमेस्टर सिस्टम में निर्धारित सिलेबस के अनुसार पढ़ाई हुई है या नहीं। अगर कोर्स सेमेस्टर सिस्टम के मुताबिक नहीं है, तो शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके पीछे शासन की मंशा है कि कार्रवाई के डर से शिक्षक पढ़ाई पर अधिक फोकस करेंगे, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा.
हाई लाइटर
- साल में चार बार बच्चों का होगा मूल्यांकन.
- एक दिन का वेतन रोका जाएगा।
- टीचर के प्रमोशन रोक दिया जाएगा।
- जरुरत पड़ने पर सस्पेंड किया जाएगा।
स्टूडेंट्स करेंगे गुरुजी का मूल्यांकन
सेमेस्टर सिस्टम में हर तिमाही मूल्यांकन के बाद अभिभावकों और शिक्षकों की एक बैठक का आयोजन किया जाएग। इसमें अभिभावकों से उनके बच्चे के प्रदर्शन पर राय ली जाएगी। साथ ही बताया जाएगा कि उन्होंने क्या सीखा। बच्चों में जो भी कमियां रह जाएंगी, उस पर मंथन किया जाएगा। इसके अलावा बच्चे भी शिक्षकों के पढ़ाने की तरीकों के बारे में अपनी राय दे सकेंगे.
वर्जन
सेमेस्टर सिस्टम के मुताबिक महीने बार सिलेबस लिस्ट तैयार कर ली गई। स्कूल्स खुलने से पहले सभी शिक्षकों को लिस्ट भेज दी जाएगी। कोई शिक्षक सेमेस्टर प्रणाली के पालन में लापरवाही बरतता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
डॉ। वीपी सिंह, डीसी सर्व शिक्षा अभियान
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