गौरव दुबे, अलीगढ़ : बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ने वाले
बच्चे पहले ही तमाम योजनाओं से वंचित हैं। अब परिषद जनता को गुमराह भी करने
लगी है।
तमाम योजनाओं का जिक्र
परिषद की वेबसाइट पर बेसिक शिक्षा विभाग की योजनाओं का जिक्र है। इनमें मिड-डे-मील, निशुल्क पुस्तक व ड्रेस वितरण आदि शामिल हैं। बच्चों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जाने के बारे में लिखा है, मगर सच्चाई इसके विपरीत है। वेबसाइट पर शैक्षिक भ्रमण का जिक्र कर भ्रमित किया जा रहा है। शैक्षिक भ्रमण के लिए शासन से बजट न तो इस साल जारी हुआ है, न पिछले साल मिला था। बजट ही नहीं आया, तो भ्रमण कहां से कराया जा रहा है?
हर साल संभव नहीं
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ये हर साल संभव नहीं हो पाता है। शासन से इसके लिए बजट कभी कभार ही भेजा जाता है। बजट आता है तो वाहन की व्यवस्था कर बच्चों को भ्रमण पर ले जाया जाता है। परिषद की वेबसाइट को अपडेट करने का काम शासन स्तर का है।
...........
एक-दो साल तो दूर, 10 साल से मैं परिषदीय स्कूल में शिक्षक हूं। अभी तक बच्चों को कोई शैक्षिक भ्रमण नहीं कराया गया। वेबसाइट पर शैक्षिक भ्रमण समेत कई ऐसी योजनाओं का जिक्र है, जिनके लाभ से बच्चे कोसों दूर हैं।
- प्रशांत शर्मा, अध्यक्ष, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ।
शैक्षिक भ्रमण तय समय पर नियमित होना चाहिए, मगर शासन से बजट साल-दो साल में कभी आता है। यह शासन स्तर का मामला है। पिछले दो साल से भ्रमण के लिए कोई बजट नहीं आया है।
- धीरेंद्र कुमार यादव, बीएसए, अलीगढ़।
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तमाम योजनाओं का जिक्र
परिषद की वेबसाइट पर बेसिक शिक्षा विभाग की योजनाओं का जिक्र है। इनमें मिड-डे-मील, निशुल्क पुस्तक व ड्रेस वितरण आदि शामिल हैं। बच्चों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जाने के बारे में लिखा है, मगर सच्चाई इसके विपरीत है। वेबसाइट पर शैक्षिक भ्रमण का जिक्र कर भ्रमित किया जा रहा है। शैक्षिक भ्रमण के लिए शासन से बजट न तो इस साल जारी हुआ है, न पिछले साल मिला था। बजट ही नहीं आया, तो भ्रमण कहां से कराया जा रहा है?
हर साल संभव नहीं
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ये हर साल संभव नहीं हो पाता है। शासन से इसके लिए बजट कभी कभार ही भेजा जाता है। बजट आता है तो वाहन की व्यवस्था कर बच्चों को भ्रमण पर ले जाया जाता है। परिषद की वेबसाइट को अपडेट करने का काम शासन स्तर का है।
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एक-दो साल तो दूर, 10 साल से मैं परिषदीय स्कूल में शिक्षक हूं। अभी तक बच्चों को कोई शैक्षिक भ्रमण नहीं कराया गया। वेबसाइट पर शैक्षिक भ्रमण समेत कई ऐसी योजनाओं का जिक्र है, जिनके लाभ से बच्चे कोसों दूर हैं।
- प्रशांत शर्मा, अध्यक्ष, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ।
शैक्षिक भ्रमण तय समय पर नियमित होना चाहिए, मगर शासन से बजट साल-दो साल में कभी आता है। यह शासन स्तर का मामला है। पिछले दो साल से भ्रमण के लिए कोई बजट नहीं आया है।
- धीरेंद्र कुमार यादव, बीएसए, अलीगढ़।
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