यूपी टीईटी: अब नहीं मिलेंगे ई-सर्टिफिकेट

इलाहाबाद, वरिष्ठ संवाददाता उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्रों पर क्यूआर कोडिंग रहेगी। तय हुआ है कि इस बार ई-सर्टिफिकेट जारी नहीं किए जाएंगे। ई-सर्टिफिकेट की प्रक्रिया बहुत अधिक खर्चीली होने के कारण अगले साल इस पर विचार किया जाएगा।

ऑनलाइन सर्टिफिकेट के लिए पांच महीने की खींचतान के बीच साफ हो गया है कि पहले की तरह प्रमाणपत्र छपवाकर ही दिए जाएंगे। वहीं दूसरी ओर सर्टिफिकेट से किसी प्रकार की छेड़छाड़ की संभावना को समाप्त करने और शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए प्रमाणपत्रों पर क्यूआर कोड छपवाने का निर्णय लिया गया है।
पहली बार होने जा रही क्यूआर कोडिंग में अभ्यर्थी का नाम, पिता का नाम, टीईटी में मिले अंक, प्राथमिक या उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी की, किस वर्ष में पास किया आदि की जानकारी रहेगी। इसे खास क्यूआर कोड रीडर से पढ़ा जा सकेगा। माना जा रहा है कि सितंबर अंत तक प्रमाणपत्र छपवाकर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों को भेजे जाएंगे।
डायट से अभ्यर्थियों को प्रमाणपत्र मिलेंगे। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने बताया कि ई-सर्टिफिकेट इस साल नहीं जारी हो पाएंगे। अगले साल से इसकी व्यवस्था होगी। फिलहाल टीईटी के प्रमाणपत्रों को छपवाकर जल्द से जल्द डायट भेजा जाएगा।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines