वेतन के अभाव में भुखमरी के कगार पर शिक्षक का परिवार

आजमगढ़. उत्तर प्रदेशीय सहायता प्राप्त अनुसूचित जाति प्राथमिक शिक्षक एसोसिएशन की बैठक शनिवार को हंसराज यादव की अध्यक्षता में कुंवर सिंह उद्यान में हुई। इसमें समाज कल्यण विभाग द्वारा संचालित, अनुदानित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, सेवामुक्त शिक्षकों व अप्रशिक्ष्ति शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा की गयी। संचालन रामसुख राम महामंत्री ने किया।
वक्ताओं ने कहा कि जिला समाज कल्याण अधिकारी व दो सुपरवाइजर दलित शिक्षकों के ऊपर कहर ढा रहे हैं। उक्त लोग धन उगाही में लगे हुए हैं। बजट रहते वेतन न मिलने से इलाज के अभाव में 6 शिक्षकों ने दम तोड़ दिया।

कुछ शिक्षक शिक्षण कार्य के बाद जीवन यापन के लिए सब्जी आदि बेचने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ शिक्षकों को जांच के नाम पर निलम्बित करके उनसे मोटी रकम वसूल की जा रही है। किसी भी शिक्षक की न तो सर्विस बुक है और न तो जीपीएफ कटौती का पसबुक ही है। सेवानिवृत्त शिक्षकों की देयता का भुगतान नहीं हो रहा है। अध्यक्ष हंसराज यादव ने कहा कि 7 सूत्रीय मांगों को लेकर विगत 15 अक्टूबर को ज्ञापन भी सौंपा गया था मगर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। धनउगाही बदस्तूर जारी है। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी नहीं हुई तो वे धरना, प्रदर्शन व तालाबंदी के लिए बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी जिला समाज कल्याण अधिकारी की होगी। इस अवसर पर सावित्री देवी, गिरिजा कुमारी, मधुबाला देवी, सूरजू राम, दीपचंद, रजिन्दर, रामबचन, रामविलास, रामसहाय, हरिहर प्रसाद, रामचंद्र मौर्य, तीर्थराज यादव, दयारम, फूलचंद, बृजमेहन, बसंत राम, अशोक राम, हरिपल, राजमणि पांडेय, बगेदू राम, रामाश्रय आदि उपस्थित रहे।
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