आगरा। विजिलेंस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। उसने एक महिला शिक्षा अधिकारी को रिश्वत लेते हए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। महिला शिक्षा अधिकारी भ्रष्टाचार के लिए पहले से ही बदनाम है।
सीसीएल स्वीकृत नहीं कर रही थीं
सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी पूनम चौधरी की विकास खंड शमसाबाद में सहायक खंड शिक्षा अधिकारी (एबीईओ) के रूप में तैनाती है। इसी ब्लॉक में रानी पहिहार की तैनाती सहायक ब्लॉक रिसोर्स सेन्टर (एबीआरसी) के पद पर है। रानी परिहार को सीसीएल (चाइल्ड केयर लीव) की जरूरत थी। यह छुट्टी स्वीकृत करने के लिए पूनम चौधरी ने रानी परिहार से 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। पूनम चौधरी बिना रिश्वत के छुट्टी स्वीकृत नहीं कर रही थीं।

50 हजार रुपये मांगे थे
इससे परेशान रानी परिहार ने पूनम चौधरी को रंगेहाथ पकड़वाने के लिए जाल बिछाया। विजिलेंस को पूरे प्रकरण की सूचना दी। बुधवार को नियत समय पर विजिलेंस टीम पहुंच गई। रानी परिहार ने जैसे ही पूनम चौधरी के हाथ में 50 हजार रुपये रखे, विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार कर लिया। यह देख पूनम चौधरी हतप्रभ रह गई। उसने स्वयं को फँसाने का आरोप लगाया। विजिलेंस टीम दोनों को थाने ले गई। पूनम चौधरी को मेरठ कोर्ट में पेश किया जाएगा।
किताब घोटाला किया था
करीब साढ़े तीन साल पहले शमसाबाद ब्लॉक में किताब घोटाला हुआ था। इसमें पूनम चौधरी लिप्त पा गई थीं। इस मामले में उन्हें न्यायालय से राहत मिली। उन्होंने डेढ़ माह पहले ही पुनः शमसाबाद ब्लॉक में ड्यूटी जॉइन की थी। फिर से रिश्वत के मामले में पकड़ ली गईं।
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सीसीएल स्वीकृत नहीं कर रही थीं
सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी पूनम चौधरी की विकास खंड शमसाबाद में सहायक खंड शिक्षा अधिकारी (एबीईओ) के रूप में तैनाती है। इसी ब्लॉक में रानी पहिहार की तैनाती सहायक ब्लॉक रिसोर्स सेन्टर (एबीआरसी) के पद पर है। रानी परिहार को सीसीएल (चाइल्ड केयर लीव) की जरूरत थी। यह छुट्टी स्वीकृत करने के लिए पूनम चौधरी ने रानी परिहार से 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। पूनम चौधरी बिना रिश्वत के छुट्टी स्वीकृत नहीं कर रही थीं।

50 हजार रुपये मांगे थे
इससे परेशान रानी परिहार ने पूनम चौधरी को रंगेहाथ पकड़वाने के लिए जाल बिछाया। विजिलेंस को पूरे प्रकरण की सूचना दी। बुधवार को नियत समय पर विजिलेंस टीम पहुंच गई। रानी परिहार ने जैसे ही पूनम चौधरी के हाथ में 50 हजार रुपये रखे, विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार कर लिया। यह देख पूनम चौधरी हतप्रभ रह गई। उसने स्वयं को फँसाने का आरोप लगाया। विजिलेंस टीम दोनों को थाने ले गई। पूनम चौधरी को मेरठ कोर्ट में पेश किया जाएगा।
किताब घोटाला किया था
करीब साढ़े तीन साल पहले शमसाबाद ब्लॉक में किताब घोटाला हुआ था। इसमें पूनम चौधरी लिप्त पा गई थीं। इस मामले में उन्हें न्यायालय से राहत मिली। उन्होंने डेढ़ माह पहले ही पुनः शमसाबाद ब्लॉक में ड्यूटी जॉइन की थी। फिर से रिश्वत के मामले में पकड़ ली गईं।
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