UPTET 2011 में 90 नम्बर वाले को नौकरी, 115 वाले बेरोज़गार

UPTET 2011 में 90 नम्बर वाले को नौकरी, 115 वाले बेरोज़गार - बीजेपी ने शिक्षामित्रो का मुद्दा अपने घोषणापत्र में रखा है जबकि बीएड वालो को भूल गई मित्रो समायोजन होना बहुत मुश्किल है ट्रेनिंग रद्द हुई नही है हो सकता है इन्हें टेट पास करने का समय दे दिया जाये बात बीएड वालो की करते है
तो उसमे अगर एक विज्ञापन पर भर्ती हुई तो सिर्फ 72825 के 90% पद ही मिलेगे क्योंकि 10% sm कोटा उसमे भी है
जिस प्रकार लोग बीजेपी के अंधभक्त है उसी प्रकार लोग टेट मेरिट के अंधभक्त भी है लोग कहते थे कि 90 नम्बर वाला जॉब पायेगा लेकिन 115 जनरल वाला आज बाहर बैठा है टेट की वैलिडिटी समाप्त हो गई लेकिन लोगो की अंधभक्ति नही बन्द हुई याचिओ को सरकार बहुत आसानी से नियुक्त नही करेगी क्योंकि 1100 में बाकि 238 का भी नही कर रही जो लोग नियुक्त हो गए है वह न्यू ऐड की फ़ीस वापसी के लिए रिट पर रिट कर रहे है लेकिन हम चाहते है कि न्यू ऐड पर भी भर्ती हो इसलिए हम ही न्यू ऐड की फ़ीस वापसी पर रोक लगवाये हुए है लेकिन जो जॉब पा गए है वह फ़ीस वापसी पर पूरा जोर लगाये हुए है वह नही चाहते की नए ऐड से भर्ती हो और 72825 लोग जॉब पाये जब फ़ीस वापसी का जीओ आया तो सिर्फ हमारी टीम ही आगे आकर फ़ीस वापसी पर जस्टिस राजन रॉय की बेंच से फ़ीस वापसी पर स्टे कराया।
कोर्ट में जब कोई मुकदमा जाता है तो कोर्ट देखती है कि किसका अहित और अन्याय हुआ है इसीक्रम में हमने टेट की समयसीमा खत्म होने से पहले एक परमादेश याचिका फ़ाइल की जिसकी अब तक 2 सुनवाई हो चुकी है

और हमने उसमे मांग की है कि नए विज्ञापन की परमीशन अलग से ली गई है और न्यू ऐड की फ़ीस भी अलग से ली गई और पुराने और नए ऐड में कई जिलो में में पदों में चेंज हुआ था, इसलिये और कई अन्य कारण भी है जिससे कह सकते है कि न्यू ऐड अलग है और ओल्ड ऐड अलग है सबसे बड़ी बात न्यू ऐड किसी कोर्ट से रद्द नही है और ये 16th अमेंडनेंट से है
जोकि मेरी परमादेश की सुनवाई से पहले रद्द नही था इसलिए हमारे न्यू ऐड पर भी भर्ती की जाये

हमारी प्रेयर को स्वीकार करते हुए यूपी सरकार के स्पेशल स्टेंडिंग काउंसल रवि प्रकाश मेहरोत्रा जी को नोटिस जारी करके उन्हें सुनवाई की डेट पर उपस्तिथ होने को बोला है, सबसे बड़ी बात कि जज साहब ने हमारे मामले को 72825 के सिविल अपील से टैग ना करते हुए अलग से सुनवाई के लिए डेट लगाया है, जोकि सभी न्यू ऐड समर्थको के लिए अच्छा है क्योंकि सिविल अपील की सुनवाई में इतनी भीड़ हो जाती है कि सही से सुनवाई नही हो पाती, मित्रो आप लोग जानते ही है कि जज साहब ने सिविल अपील में अब कोई IA/SLP स्वीकार करने से मना कर दिया है
जिससे कई लोग जो याची नही बन पाये है और जो न्यू ऐड समर्थक है वह गलती से टेट मेरिट के लिए याची बन गए है वह लोग याची बनना चाहते है, क्योंकि सिविल अपील में कोई याची बन नही पायेगा।

इसलिए कई लोग हमारी परमादेश जोकि अलग से न्यू ऐड के लिए लगी है जिसकी सुनवाई 27 फरबरी को होनी है उसमे याची बनना चाहते है काफी लोगो के फोन आ रहे है इसलिए हम लोगो ने सोचा है कि जो लोग कहीं याची नही बन पाये है या अकेडमिक समर्थक है या सिर्फ न्यू ऐड में एप्लाई किये है याची बनना चाहते है वह सम्पर्क कर सकते है।
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