समय से नहीं आते अफसरान, कैसे हो निदान: बीएसए 10:35 बजे पहुंचे आफिस

गोंडा : केस एक- लखनऊ निवासिनी प्रमिला ने बताया कि वह शिक्षक भर्ती में कांउसिलिग के लिए मूल अभिलेख जमा किया था। जो अभिलेख लेने के लिए बीएसए दफ्तर आई थी। लेकिन वहां कोई मौजूद नही था।
वह सुबह नौ बजे ही आ गई थी। 10 बजकर 35 मिनट पर बीएसए पहुंचे।
इसके बाद बीएसए ने उसे बताया कि बाबू अवकाश पर है जब आएगा तब मूल अभिलेख मिल पाएगा। इस पर प्रमिला ने बताया कि उसका एक कंपनी में साक्षात्कार है। उसे मूल अभिलेख की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने भले ही कार्यालयों में नौ से 11 बजे विभागाध्यक्षों को कार्यालयों में बैठने के निर्देश क्यों न दिए हो लेकिन अफसरों पर इसका असर नहीं दिख रहा है। अफसर नौ बजे कार्यालयों में नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिससे फरियादियों की दिक्कतें दूर नहीं हो रही है। पीड़ित अफसरों की चौखट पर दस्तक दे रहे हैं लेकिन अफसर समय से कार्यालयों में नहीं बैठ रहे हैं।
शनिवार को बेसिक शिक्षा विभाग में बीएसए की कुर्सी नौ बजे खाली मिली। करीब साढ़े दस बजे प्रभारी बीएसए अविनाश दीक्षित कार्यालय पहुंचे। इसके बाद प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में जुट गए।
उन लोगों को सुबह सात से दस बजे तक स्कूलों का निरीक्षण करना होता है। दस बजे से कार्यालय में बैठने के निर्देश है। शिक्षकों की समस्याओं का निस्तारण त्वरित गति से किया जाता है। स्कूल बंद होने के बाद वह नौ बजे से कार्यालय में बैठने लगेंगे। 1-अविनाश दीक्षित 1प्रभारी बीएसए ।

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