योगी सरकार की सख्ती : आकस्मिक अवकाश में नहीं चलेगा सरकारी टीचर्स का खेल

परिषदीय स्कूलों में आकस्मिक अवकाश के नाम पर शिक्षक अब खेल नहीं कर सकेंगे। कमिश्नर आशीष गोयल ने इलाहाबाद, प्रतापगढ़, कौशाम्बी और फतेहपुर के बेसिक शिक्षाधिकारियों को जिलास्तर पर कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए हैं।
कंट्रोल रूम बनने के बाद शिक्षकों को स्कूल टाइमिंग से पहले फोन करके जानकारी देनी होगी कि किस कारण से अवकाश लेना पड़ रहा है। इसके बाद जो शिक्षक बिना पूर्व सूचना के छुट्टी लेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दरअसल कई स्कूलों के शिक्षक बिना तारीख लिखा आकस्मिक अवकाश का प्रार्थना पत्र एक-दूसरे को दिए रहते हैं। अचानक से यदि कोई अधिकारी स्कूल की जांच के लिए पहुंच जाए तो स्कूल में मौजूद शिक्षक अपने अनुपस्थित साथी के प्रार्थना पत्र पर तारीख लिखकर दिखा देते है कि वे आकस्मिक अवकाश पर हैं। इसी की आड़ में शिक्षकों के स्कूल नहीं जाने का खेल चलता रहता है। कंट्रोल रूम बनने के बाद यह खेल नहीं हो सकेगा। अधिक दिन की छुट्टी पहले से स्वीकृत करानी होगी जबकि आकस्मिक अवकाश के लिए कंट्रोल रूम को सूचित करना होगा। बीएसए संजय कुमार कुशवाहा ने बताया कि एक-दो दिन में कंट्रोल रूम बनकर तैयार हो जाएगा। मंडल के सभी जिलों में 15 जुलाई तक कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए जाएंगे। आकस्मिक अवकाश के लिए शिक्षकों को कंट्रोल रूम फोन कर सूचित करना होगा। रमेश कुमार तिवारी, मंडलीय सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक|

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