नई दिल्ली:यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन अब उम्मीदवारों को परीक्षा के सवालों पर आपत्ति जताने की अनुमति देगा। यूपीएससी ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन में इस बारे में जानकारी दी
है।
इस नोटिफिकेशन के अनुसार उम्मीदवारों को सात दिन का समय दिया जाएगा जिसमें वो प्रश्नों को लेकर अपनी आपत्ति यूपीएससी के पास दर्ज करा सकेंगे। बता दें कि यूपीएससी प्रीलिम परीक्षा 2017 के संदर्भ में परीक्षार्थियों के एक समूह ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर यूपीएससी पर अपारदर्शिता बरतने का आरोप लगाया था। साथ ही उम्मीदवारों ने कमिशन पर परीक्षा में भ्रामक और असंगत सवाल भी पूछे जाने का आरोप लगाया था।
कब मिलेगा समय
यूपीएससी कई केंद्रीय सेवाओं के लिए परीक्षा आयोजित करता है जैसे सविल सर्विस परीक्षा, मेडिकल सर्विस परीक्षा, आर्थिक व सांख्यिकीय सर्विस और इंजीनिर्यंरग सर्विस परीक्षा। नोटिफिकेशन के अनुसार हर परीक्षा के लिए एक हफ्ते का समय दिया जाएगा जो कि परीक्षा खत्म होने के बाद वाले दिन से लेकर सात दिनों तक वैध होगा। सातवें दिन की शाम छह बजे तक उम्मीदवार कमिशन के पास परीक्षा में पूछे गए भ्रामक और असंगत सवालों को लेकर आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। दो या अधिक दिन तक आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं के लिए परीक्षा वाला दिन आपत्ति दर्ज कराने के लिए सबसे अहम दिन होगा। उदाहरण के लिए अगर किसी पेपर की परीक्षा 1 मार्च को आयोजित की जाती है तो उम्मीदवार आठ मार्च की शाम छह बजे तक आपत्ति दर्ज करा सकेंगे।
ऑनलाइन ही ली जाएंगी आपत्ति
यूपीएससी के नोटिफिकेशन के अनुसार प्रश्नों पर आपत्ति ऑनलाइन ही सब्मिट की जा सकेंगी। उम्मीदवार अपनी आपत्तियां यूपीएससी की ईमेल examination-upsc@gov.in पर भेज सकेंगे। डाक से भेजी गई या हस्तलिखित आपत्तियां मान्य नहीं होंगी। साथ ही सात दिन की समय खिड़की बंद होने के बाद भेजी गई आपत्तियों को यूपीएससी नहीं लेगा। प्रतियोगिता और प्रवेश परीक्षाओं की आंसर को देश में एक सामान्य प्रचलन है।
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी याचिका
सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त में यूपीएससी परीक्षार्थियों की एक याचिका खारिज कर दी थी जिसमें यूपीएससी प्रीलिम परीक्षा 2017 में पूछे गए भ्रामक और गलत सवालों को हटाने और ग्रेस माक्र्स देने की मांग की गई थी। कोर्ट ने कहा था कि उन्हें यह याचिका सुनवाई योग्य नहीं लग रही इसलिए वे इस याचिका को खारिज कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा था कि याचिका दाखिल करने वाले उम्मीदवारों ने यूपीएससी के समक्ष एक प्रश्न के कई सही जवाब होने की आपत्ति दर्ज नहीं कराई थी। यूपीएससी प्रीलिम परीक्षा 2017 में 4.6 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
है।
इस नोटिफिकेशन के अनुसार उम्मीदवारों को सात दिन का समय दिया जाएगा जिसमें वो प्रश्नों को लेकर अपनी आपत्ति यूपीएससी के पास दर्ज करा सकेंगे। बता दें कि यूपीएससी प्रीलिम परीक्षा 2017 के संदर्भ में परीक्षार्थियों के एक समूह ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर यूपीएससी पर अपारदर्शिता बरतने का आरोप लगाया था। साथ ही उम्मीदवारों ने कमिशन पर परीक्षा में भ्रामक और असंगत सवाल भी पूछे जाने का आरोप लगाया था।
कब मिलेगा समय
यूपीएससी कई केंद्रीय सेवाओं के लिए परीक्षा आयोजित करता है जैसे सविल सर्विस परीक्षा, मेडिकल सर्विस परीक्षा, आर्थिक व सांख्यिकीय सर्विस और इंजीनिर्यंरग सर्विस परीक्षा। नोटिफिकेशन के अनुसार हर परीक्षा के लिए एक हफ्ते का समय दिया जाएगा जो कि परीक्षा खत्म होने के बाद वाले दिन से लेकर सात दिनों तक वैध होगा। सातवें दिन की शाम छह बजे तक उम्मीदवार कमिशन के पास परीक्षा में पूछे गए भ्रामक और असंगत सवालों को लेकर आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। दो या अधिक दिन तक आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं के लिए परीक्षा वाला दिन आपत्ति दर्ज कराने के लिए सबसे अहम दिन होगा। उदाहरण के लिए अगर किसी पेपर की परीक्षा 1 मार्च को आयोजित की जाती है तो उम्मीदवार आठ मार्च की शाम छह बजे तक आपत्ति दर्ज करा सकेंगे।
ऑनलाइन ही ली जाएंगी आपत्ति
यूपीएससी के नोटिफिकेशन के अनुसार प्रश्नों पर आपत्ति ऑनलाइन ही सब्मिट की जा सकेंगी। उम्मीदवार अपनी आपत्तियां यूपीएससी की ईमेल examination-upsc@gov.in पर भेज सकेंगे। डाक से भेजी गई या हस्तलिखित आपत्तियां मान्य नहीं होंगी। साथ ही सात दिन की समय खिड़की बंद होने के बाद भेजी गई आपत्तियों को यूपीएससी नहीं लेगा। प्रतियोगिता और प्रवेश परीक्षाओं की आंसर को देश में एक सामान्य प्रचलन है।
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी याचिका
सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त में यूपीएससी परीक्षार्थियों की एक याचिका खारिज कर दी थी जिसमें यूपीएससी प्रीलिम परीक्षा 2017 में पूछे गए भ्रामक और गलत सवालों को हटाने और ग्रेस माक्र्स देने की मांग की गई थी। कोर्ट ने कहा था कि उन्हें यह याचिका सुनवाई योग्य नहीं लग रही इसलिए वे इस याचिका को खारिज कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा था कि याचिका दाखिल करने वाले उम्मीदवारों ने यूपीएससी के समक्ष एक प्रश्न के कई सही जवाब होने की आपत्ति दर्ज नहीं कराई थी। यूपीएससी प्रीलिम परीक्षा 2017 में 4.6 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines