लखनऊ. उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में खाली पड़े
1.37 लाख पदों पर जल्द ही शिक्षकों की नियु्क्ति की जाएगी। यह कहना है
उत्तर प्रदेश सरकार की बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा
जायसवाल का। उन्होंने कहा कि यूपी के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों के
1.37 लाख पद खाली हैं।
सरकार जल्द ही इन पदों पर चरणबद्ध तरीके से भर्ती
प्रक्रिया पूरी करेगी। पहले चरण में सरकार 68,500 शिक्षकों की भर्ती की जा
रही है।
मंत्री अनुपमा जायसवाल ने बताया कि यूपी के प्राइमरी में बेसिक शिक्षा
विभाग ने सहायक अध्यापकों के 68500 पदों पर भर्ती के लिये शिक्षक भर्ती
लिखित परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है। परीक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण
की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सहायक अध्यापक के पदों के लिये लिखित
परीक्षा 12 मार्च को होगी। शिक्षक भर्ती लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण होने
वाले कैंडिडेट ही सहायक अध्यापक के पदों के लिये आवेदन कर सकेंगे। लिखित
परीक्षा 150 अंकों की होगी। 45 फीसदी अंक लाने वाले कैंडिडेट्स उत्तीर्ण
माने जाएंगे और उन्हें ही उत्तीर्ण कैंडिडेट का प्रमाण पत्र मिलेगा।
शिक्षामित्रों को मिलेगी ये स्पेशल छूट
बेसिक
शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल ने कहा कि सरकार पहले
चरण में 68,500 शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। 68500 पदों पर शिक्षकों
की भर्ती प्रक्रिया मेरिट के आधार पर की जाएगी। दो बार की शिक्षक भर्ती
प्रक्रिया में शिक्षामित्रों को मौका दिया जाएगा। कार्य अनुभव के आधार पर
शिक्षामित्रों को वेजेट (भारांक) भी दिया जायेगा। ये वेटेज अधिकतम 25 अंकों
का होगा। जो उनके प्रतिवर्ष के शिक्षण कार्य के आधार पर 2.5 अंक मिलेंगे।
यह अधिकतम 10 वर्षों तक ही होगा।
योग्य शिक्षामित्र फिर बन पाएंगे शिक्षामित्र
विधानसभा
में समाजवादी पार्टी के नेता संजय गर्ग के एक सवाल का जवाब देते हुए
मंत्री अनुपमा जायसवाल ने कहा कि प्राइमरी स्कूलों में 1.37 रिक्त पदों को
भरना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के योग्य
शिक्षामित्र फिर से सहायक अध्यापक बन सकेंगे। इसके लिए उन्हें स्पेशल वेटेज
के अलावा उम्र सीमा में छूट के साथ-साथ उन्हें दो अवसर दिये जाएंगे।
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