प्रदेश भर के डायट और निजी कॉलेजों के बीटीसी प्रशिक्षु अब
आउट ऑफ स्कूल बच्चों के दाखिले भी कराएंगे. ऐसा कराने पर उनको आंतरिक
मूल्यांकन में बोनस अंक मिलेंगे. प्रदेश का हर बीटीसी प्रशिक्षु अगर एक
दाखिला कराता है तो प्राइमरी स्कूलों में आगामी सत्र में लगभग पौने दो लाख
दाखिले होना लगभग तय है. डायट लखनऊ ने वर्तमान सत्र में एक प्रशिक्षु, एक
प्रवेश व्यवस्था लागू की थी. इसमें सभी बीटीसी प्रशिक्षुओं को कम से कम एक
एडमिशन कराने का लक्ष्य दिया था.
लखनऊ में करीब 2700 प्रशिक्षुओं ने मिलकर 2262 आउट ऑफ स्कूल
छात्रों का प्राइमरी स्कूलों में एडमिशन कराया. इसके लिए प्रशिक्षुओं को
आंतरिक मूल्यांकन में 10 अंक बोनस के दिए गए. डायट लखनऊ के प्राचार्य डॉ
पवन सचान ने जब इसके बारे में बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल को बताया
तो उन्होंने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की बात कही. प्रदेश में बीटीसी
की करीब 2 लाख सीटें हैं.
विभाग का अनुमान है कि अगर इनमें से पौने दो लाख प्रशिक्षु भी
एक-एक दाखिला कराते हैं तो इतने बच्चे स्कूलों तक आने लगेंगे. इस साल
बेसिक शिक्षा विभाग ने अपने स्कूलों में करीब 6 लाख छात्र-छात्राओं को
बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है. ऐसे में यह योजना निश्चित रूप से विभाग का
लक्ष्य पूरा करने में मददगार साबित होगी.
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