प्रदर्शन के दौरान नहीं हुई किसी भी शिक्षामित्र की मृत्यु

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदर्शन के दौरान किसी भी शिक्षामित्र की मृत्यु होने से इन्कार करते हुए आज कहा कि उन्हें उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार दस हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है।
राज्य विधान परिषद के प्रश्न प्रहर में समाजवादी पार्टी के आनन्द भदौरिया ने पूछा था कि धरना प्रर्दशन में कितने शिक्षामित्रों की मृत्यु हुई थी। उनको कितना मुआवजा दिया गया था। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) अनुपमा जायवाल ने कहा कि किसी शिक्षामित्र की मृत्यु नहीं हुई। श्री भदौरिया ने दावा किया था कि उनके पास मृतक 1०4 शिक्षा मित्रों की सूची है। सभापति रमेश यादव को सूची उपलब्ध कराते हुये उन्होंने जांच की मांग की तथा जिन शिक्षामित्रों को मानदेय नहीं मिल रहा हैं उनको मानदेय देने की मांग भी की। इस पर श्री यादव ने सदस्य द्वारा 1०4 लोगों की उपलब्ध सूची की जांच कराने तथा जिन शिक्षामित्रों को मानदेय नहीं मिल रहा उनकों मानदेय दिलवाये जाने के सरकार को निर्देश दिये। होने से इन्कार करते हुए आज कहा कि उन्हें उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार दस हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है। राज्य विधान परिषद के प्रश्न प्रहर में समाजवादी पार्टी के आनन्द भदौरिया ने पूछा था कि धरना प्रर्दशन में कितने शिक्षामित्रों की मृत्यु हुई थी। उनको कितना मुआवजा दिया गया था। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) अनुपमा जायवाल ने कहा कि किसी शिक्षामित्र की मृत्यु नहीं हुई। श्री भदौरिया ने दावा किया था कि उनके पास मृतक 1०4 शिक्षा मित्रों की सूची है। सभापति रमेश यादव को सूची उपलब्ध कराते हुये उन्होंने जांच की मांग की तथा जिन शिक्षामित्रों को मानदेय नहीं मिल रहा हैं उनको मानदेय देने की मांग भी की। इस पर श्री यादव ने सदस्य द्वारा 1०4 लोगों की उपलब्ध सूची की जांच कराने तथा जिन शिक्षामित्रों को मानदेय नहीं मिल रहा उनकों मानदेय दिलवाये जाने के सरकार को निर्देश दिये।
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