लखनऊ : प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय व महाविद्यालय पांच जुलाई से
खुलेंगे। इनमें 10 जुलाई से सभी कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। हालांकि परास्नातक
प्रथम वर्ष की कक्षाएं 16 जुलाई से शुरू होंगी। 15 जनवरी से 15 फरवरी के
बीच प्रायोगिक परीक्षाएं कराई जाएंगी। पांच मार्च से 30 अप्रैल के बीच हर
हाल में मुख्य परीक्षाएं संपन्न कराई जाएंगी। पांच जून तक सभी परीक्षा
परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने गुरुवार को कुलपतियों के साथ बैठक कर
उच्च शिक्षा का शैक्षिक कैलेंडर जारी कर दिया। इस बैठक में बताया गया कि
लखनऊ विश्वविद्यालय व उसके महाविद्यालयों में सेमेस्टर सिस्टम लागू कर दिया
गया है।
नवंबर के अंत में सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू होंगी। 10 दिसंबर से दूसरे
सेमेस्टर की कक्षाएं भी शुरू हो जाएंगी। 25 दिसंबर से शीतकालीन अवकाश शुरू
होगा, जबकि दो जनवरी से शिक्षण कार्य शुरू होगा। सेमेस्टर परीक्षाएं 10 मई
तक शुरू की जाएंगी।
महाविद्यालयों में शत प्रतिशत सेमेस्टर सिस्टम किया जाए लागू
डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि सभी महाविद्यालयों में शत-प्रतिशत सेमेस्टर
सिस्टम लागू किया जाए। सभी विश्वविद्यालयों से संबद्ध राजकीय महाविद्यालयों
में कम से कम 30 प्रतिशत महाविद्यालयों में इसे हर हाल में लागू किया जाए।
साथ ही सितंबर व अक्टूबर में दीक्षांत समारोह आयोजित किया जाएगा।
पीएचडी रेगुलेशन शीघ्र होगा जारी : बैठक में पीएचडी रेगुलेशन शीघ्र जारी
करने पर विचार किया गया। नियमित शिक्षकों को रिसर्च एवं पीएचडी कोर्स के
लिए छूट दिए जाने पर भी विचार किया गया। साथ ही अधिकतम छह माह के अंदर शोध
पत्र पेश करने पर विचार किया गया। शिक्षकों का राज्य स्तर पर डेटाबेस तैयार
किया जाएगा।’10 जुलाई से शुरू होंगी सभी कक्षाएं, पीजी की कक्षाएं 16 से
’उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कुलपतियों के साथ बैठक में लिया निर्णय
केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा देने की तैयारी : डॉ. शर्मा
डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार केजी से लेकर पीजी तक निशुल्क
शिक्षा देने की तैयारी कर रही है। यानी जो बच्चा केजी में दाखिला ले वह
पीजी तक मुफ्त पढ़ाई करे। इसके लिए शिक्षा विभाग में कमेटी का गठन भी कर
दिया गया है। कमेटी का प्रस्ताव आने के बाद अगले साल से इस योजना को लागू
किया जाएगा। अब माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग में सभी छात्रों से दाखिले
के समय आधार नंबर लिया जाएगा।
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