फैजाबाद। गैर जनपद स्थानांतरण में जिले को प्राप्त हुए 212 शिक्षकों की
काउंसलिंग हंगामे के बीच शुक्रवार को संपन्न हुई। कम विकल्प खोलने के मामले
पर शिक्षकों व अधिकारियों के बीच तकरार हुई।
इस बीच नारेबाजी की स्थिति भी
उत्पन्न हुई। हंगामा बढ़ता देख मौके पर पुलिस बल भी तैनात रहा व अफरा-तफरी
मची रही।
बाद में शिक्षक नेताओं की मध्यस्थता पर मामला शांत हुआ
और काउंसलिंग शुरू हुई। निजाम बदलने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा ऑनलाइन शुरू
किए गए गैर जनपद स्थानांतरण प्रक्रिया में जिले से करीब 64 शिक्षकों का
तबादला हुआ। वहीं अलग-अलग जिलों से कुल 212 शिक्षक प्राप्त हुए थे। जिनके
जिले में कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत शुक्रवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी
कार्यालय पर काउंसलिंग होनी थी।
इसके लिए बंद हो चुके व एकल
शिक्षकों वाले कुल 212 स्कूलों को खोला गया था। जिसको लेकर काउंसलिंग
प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व ही शिक्षकों ने हंगामा शुरू किया। शिक्षकों
की मांग थी कि जिले में और विद्यालय रिक्त हैं, इसलिए 212 से अधिक विकल्प
दिया जाना चाहिए। इससे कई महिलाओं को भी लंबी दूरी तय करना पड़ेगा। विभाग
की ओर से प्रस्ताव न मानने पर शिक्षकों व अधिकारियों के बीच तकरार तेज हुई
और परिसर में नारेबाजी भी शुरू हुई।
बाद में शिक्षक नेता विश्वनाथ
सिंह, संजय सिंह आदि की मध्यस्थता पर बीएसए ने नियम कानून का हवाला देते
हुए अपना पक्ष रखा। जिस पर शिक्षक नेताओं ने शिक्षकों को समझा-बुझाकर शांत
कराया और काउंसलिंग शुरू हुई। नगर शिक्षा अधिकारी संजय गुप्ता ने बताया कि
काउंसलिंग में प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक पद पर 122 शिक्षक
सम्मिलित हुए।
जिसमें तीन दिव्यांग थे। प्राथमिक विद्यालय के 39
प्रधानाध्यापक, पूर्व माध्यमिक विद्यालय के सीधी भर्ती के 23 व पदोन्नत
हुए। 11 सहायक अध्यापक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय के कलावर्ग के 17 शिक्षक
सम्मिलित हुए। बताया कि प्राथमिक विद्यालय स्तर के 21 बंद व 101 एकल
विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक स्तर के 21 बंद व 30 एकल
विद्यालय का विकल्प रखा गया।
वहीं पूर्व माध्यमिक विद्यालय स्तर के
एक बंद व 38 एकल विद्यालय खोले गए। देर शाम तक हुई काउंसलिंग में सभी
शिक्षक सम्मिलित हुए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह ने बताया कि
शीघ्र ही पदस्थापन आदेश जारी किया जाएगा। इसके बाद शिक्षक तैनाती स्थल पर
कार्यभार ग्रहण करेंगे। इस मौके पर प्रदेशीय आय-व्यय निरीक्षक नीलमणि
त्रिपाठी, जिला मंत्री प्राथमिक शिक्षक संघ अजीत सिंह, संजय उपाध्याय, बीईओ
अरुण वर्मा, शुधा शांडिल्य, सियाराम वर्मा आदि मौजूद रहे।