पुलिस ने शिक्षामित्रों को लखनऊ जाने से रोका

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दृष्टिगत हुई कार्रवाई, हिरासत में लिए शिक्षामित्रों ने जताई नाराजगी
जागरण टीम बाराबंकी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लखनऊ में कार्यक्रम के दृष्टिगत शनिवार को जिले के शिक्षामित्र लखनऊ जाने से रोके गए।
पुलिस ने शुक्रवार की रात से ही शिक्षामित्र संघ के पदाधिकारियों उनके घरों से पुलिस ने पकड़ना शुरू कर दिया। शनिवार को अहमदपुर टोल प्लाजा पर खंड शिक्षाधिकारी पुलिस के साथ मुस्तैद दिखे ताकि शिक्षामित्रों की पहचान कर उन्हें लखनऊ जाने से रोकने में पुलिस की मदद करें।

प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार वर्मा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल शर्मा सहित एक दर्जन शिक्षामित्रों को हिरासत में लेकर थाने में बैठा दिया। महामंत्री रामशंकर राठौर सहित एक दर्जन शिक्षामित्र रामनगर थाने में रोके गए।

खास बात यह रही कि अहमदपुर टोल प्लाजा दिन पर डटे रहे दरियाबाद के बीईओ मुकेश कुमार, पूरेडलई के नबाब वर्मा, सिद्धौर के राम खेलावन व बनीकोडर के बीईओ डॉ. अजीत कुमार ¨सह को एक भी शिक्षामित्र नहीं मिला। डॉ. अजीत कुमार ¨सह ने बताया कि प्रधानमंत्री के आगमन पर शिक्षामित्र अपनी मांगों को लेकर घेराव के लिए लखनऊ जाने वाले थे इसलिए उन्हें रोकने के दृष्टिगत हम लोगों यहां आए। रामसनेहीघाट कोतवाली पुलिस ने क्षेत्र के शिक्षामित्र उमेश तिवारी, लालता प्रसाद, विमल शुक्ला, सुनील कुमार, राजेश यादव, ओंकार सैनी को हिरासत में लिया। कोठी थाने में शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष विनोद वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री को चाहिए कि वह अपना वादा पूरा कर शिक्षामित्रों का समायोजन बहाल कराएं।