योजनाबद्ध तरीके से सॉल्वर बैठाने वाले सरगना ओम सहाय और उसके साथियों
पर गैंगस्टर लगाया जाएगा। परीक्षा में सेंध लगाकर लाखों का खेल करने वाले
ओम सहाय ने गिरोह बनाकर इसे अंजाम दिया। इससे पहले भी वह कई परीक्षाओं में
सॉल्वर बैठा चुका है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में सॉल्वरों का गैंग तैयार
किया। गिरफ्तार कर एसटीएफ ने ओम सहाय और उसके साथियों का रिकार्ड पुलिस को
सौंपा है।
एसटीएफ ने में सॉल्वर बैठाकर पास कराने का ठेका लेने वाले शातिर ओम सहाय
निवासी लालापुर, विनीत कुमार निवासी काटीपार मंझनपुर, कौशांबी और जितेंद्र
निवासी मंझनपुर को जेल भेजा है। यह गिरोह परीक्षाओं में पास कराने, पेपर
आउट कराने, सॉल्वर बैठाने के नाम पर अभ्यर्थियों से लाखों रुपये वसूलता था।
सीओ एसटीएफ नवेन्दु सिंह के मुताबिक, सॉल्वर बैठाकर परीक्षा पास कराने के
नाम पर ओम ने अभ्यर्थियों से चौदह लाख रुपये लिए थे। इससे पहले उसने टीईटी
परीक्षा में भी लाखों का खेल किया था। रेलवे की ग्रुप सी और डी परीक्षा,
वीडीओ परीक्षा के लिए भी उसने सॉल्वर तय कर रखे थे। लालापुर, गाजीपुर और
कौशांबी के कई अभ्यर्थियों से एडवांस रुपये लेने की बात सामने आई है। ओम को
पहले नौकरी से बर्खास्त किया गया था। उस पर कौशांबी और इलाहाबाद में मामले
दर्ज हैं। एसटीएफ के सीओ नवेन्दु सिंह के मुताबिक, यह गिरोह लंबे समय से
परीक्षा के नाम पर खेल कर रहा है। गिरोह की करतूत दस्तावेजों में है।
एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि गिरोह के सरगना ओम सहाय ने पूरे प्रदेश
में साल्वरों का गैंग तैयार किया। बिहार तक ये साल्वर बुलाए। उसका आपराधिक
रिकार्ड खंगाला जा रहा है। उस पर और उसके साथियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई
जल्द पूरी की जाएगी।
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