बिना वेतन के बीतेगी नवनियुक्त शिक्षकों की पहली दिवाली

जासं, गाजीपुर : प्रदेश सरकार ने 68500 शिक्षक भर्ती में चयनित शिक्षकों को पांच सितंबर को नियुक्ति पत्र देकर भले ही उन्हें शिक्षक दिवस का उपहार देने की कोशिश की लेकिन अभी तक उन्हें पहला वेतन नसीब नहीं हुआ। नव नियुक्त शिक्षकों की पहली दिवाली बिना वेतन ही बीत रही है।
वेतन तो दूर अभी तक इन शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो पायी है। इससे शिक्षकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वहीं आरोप-प्रत्यारोप के बीच यह शिक्षक भर्ती हाईकोर्ट द्वारा सीबीआइ के हवाले किए जाने से असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

68500 बीटीसी शिक्षक भर्ती में जिले में 243 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। शासन ने उस समय बीएसए को सख्त निर्देश दिया था कि पांच सितंबर में हर हाल में काउंसि¨लग कराकर उनका चयन कर लिया जाए और पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर नियुक्ति पत्र वितरित कर दिया जाए। इस पर बीएसए ने अपने कर्मचारियों संग दिन रात काम कर अभ्यर्थियों की काउंसि¨लग करायी। इसके बाद 243 शिक्षकों का चयन कर उनको पांच सितंबर को नियुक्ति पत्र का वितरण भी कर दिया। शिक्षक दिवस के दिन ही शिक्षक बनने पर अभ्यर्थियों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने विभाग द्वारा आवंटित विद्यालयों में कार्यभार भी ग्रहण कर लिया। नवनियुक्त शिक्षकों को उम्मीद थी कि दो महीने के भीतर उनके शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन करा लेगा लेकिन अभी तक इसकी प्रक्रिया शुरू न होने से उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। पहले त्योहारी सीजन में ही वेतन न मिलने से नव नियुक्त शिक्षक आक्रोशित हैं और अब विभाग की परिक्रमा कर रहे हैं। --- - 68500 शिक्षक भर्ती के नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों के फी¨डग का कार्य तेजी से चल रहा है। एक सप्ताह में यह पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद सत्यापन कराकर शासन से बजट मिलने के बाद वेतन जारी कर दिया जाएगा।

- श्रवण कुमार, बेसिक शिक्षाधिकारी।