NCERT सिलेबस की किताबों की अवैध छपाई पर एफआइआर, एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम पर आधारित किताबें बिना टेंडर के छाप लीं ‘इंडिया’ ने

प्रयागराज : हाईस्कूल और इंटरमीडिएट स्कूलों में संचालित एनसीईआरटी की किताबों को अवैधानिक रूप से छापने पर प्रयागराज के एक प्रकाशक के खिलाफ यूपी बोर्ड ने थाना सिविल लाइंस में एफआइआर करा दी है।
बोर्ड के अपर सचिव की ओर से दी गई तहरीर में प्रकाशक पर कई विषयों की किताबें डिजाइन कापी करके और कवर पेज पर ‘एक मात्र पुस्तक शीर्षक’ लिखकर अवैध रूप से बाजार में दुकानों के जरिए बेचने के आरोप हैं। इस जालसाजी को दैनिक जागरण भी पूर्व में उजागर कर चुका है।
एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम पर आधारित राष्ट्रीयकृत किताबों के मुद्रण का अधिकृत रूप से टेंडर प्रदेश में चार प्रकाशकों राजीव प्रकाशन प्रयागराज, पीतांबरा बुक्स प्राइवेट लिमिटेड झांसी, जनरल आफसेट प्रिंटिंग प्रेस प्रयागराज और रवि आफसेट प्रिंटर्स व पब्लिशर्स आगरा को आवंटित किया गया है। इन्हीं प्रकाशकों की ओर से छपी किताबें छात्र छात्रओं को पुस्तक विक्रेता के माध्यम से उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। शैक्षिक सत्र 2018-19 के लिए स्वीकृत एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम पर आधारित किताबों का कॉपीराइट माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र के पास है। लेकिन, प्रयागराज के एक प्रकाशक ग्रीन वल्र्ड पब्लिकेशन (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड की ओर से सभी छह विषयों की अधिकृत किताबों के कवर पेज के फीचर्स का दुरुपयोग कर समानांतर किताब छाप कर उसे बाजार में संचालित करने की जानकारी से यूपी बोर्ड चौकन्ना हो गया। प्रकाशक की ओर से छप रही किताबों पर ‘एक मात्र पुस्तक’ शीर्षक भी छापा गया। इसकी जांच कराने पर जालसाजी की पुष्टि हुई। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अपर सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र, शिव प्रसाद द्विवेदी की ओर से तहरीर देने पर थाना सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज कराया है।