एनबीटी, बाराबंकीः इस वर्ष मई में हुई 12,460 शिक्षकों की भर्ती मामले
में दो ऐसे लोग सामने आए हैं, जिन्होंने फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी हासिल
की थी। जांच के दौरान खुलासा होने पर एक को बर्खास्त तो दूसरे के खिलाफ
धोखाधड़ी का मुकदमा बीएसए वीपी सिंह की तरफ से करवाया गया है।
बकौल बीएसए वीपी सिंह बाराबंकी में इन भर्तियों के माध्यम से 198 पदों पर शिक्षक तैनात किए गए थे। मार्कशीट के सत्यापन में पाया गया कि इन भर्तियों में नियुक्त प्राथमिक विद्यालय डिहुआ सूरतगंज के कृष्ण कुमारी सोनी की ओर से टीईटी की लगाई गई मार्कशीट किसी अवधेश कुमार की है। इस पर कृष्ण मुरारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया जा रहा है। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय धधौरा फतेहपुर में तैनात कृष्ण कुमार सिंह के वर्ष 2009 में संस्थागत स्नातक की डिग्री राममनोहर लोहिया अवध विश्विद्यालय की लगाई गई है। जबकि इससे पहले हुई 16,448 पदों की भर्ती में इसी अभ्यर्थी ने अपनी लखनऊ विश्वविद्यालय से वर्ष 2009 में ही संस्थागत स्नातक पास करने की मार्कशीट लगाई थी। बीएसए ने बताया कि एक ही वर्ष में दो अलग-अलग विश्वविद्यालय से एक ही कक्षा की संस्थागत पढ़ाई अनियमित है। इस पर कृष्ण कुमार सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है।
बकौल बीएसए वीपी सिंह बाराबंकी में इन भर्तियों के माध्यम से 198 पदों पर शिक्षक तैनात किए गए थे। मार्कशीट के सत्यापन में पाया गया कि इन भर्तियों में नियुक्त प्राथमिक विद्यालय डिहुआ सूरतगंज के कृष्ण कुमारी सोनी की ओर से टीईटी की लगाई गई मार्कशीट किसी अवधेश कुमार की है। इस पर कृष्ण मुरारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया जा रहा है। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय धधौरा फतेहपुर में तैनात कृष्ण कुमार सिंह के वर्ष 2009 में संस्थागत स्नातक की डिग्री राममनोहर लोहिया अवध विश्विद्यालय की लगाई गई है। जबकि इससे पहले हुई 16,448 पदों की भर्ती में इसी अभ्यर्थी ने अपनी लखनऊ विश्वविद्यालय से वर्ष 2009 में ही संस्थागत स्नातक पास करने की मार्कशीट लगाई थी। बीएसए ने बताया कि एक ही वर्ष में दो अलग-अलग विश्वविद्यालय से एक ही कक्षा की संस्थागत पढ़ाई अनियमित है। इस पर कृष्ण कुमार सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है।
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