अंग्रेजी माध्यम से बेसिक में पढ़ाई का कांसेप्ट अच्छा है पर इसको जबरदस्ती थोपा जाना गलतअंग्रेजी माध्यम से बेसिक में पढ़ाई का कांसेप्ट अच्छा है पर इसको जबरदस्ती थोपा जाना गलत है ।
सरकार को चाहिए था कि इसके लिए अलग से विद्यालय खोले जाते ताकि छात्र स्वेच्छा से एडमिशन लेते ....वे विद्यालय जहाँ हिंदी माध्यम में भी पढ़ाई का स्तर न्यूनतम है वहां इंग्लिश तो उस स्तर को धरातल पर ही ले आएगा । ऊपर से उच्च प्राथमिक में भी इंग्लिश ....जो बच्चे हिंदी नही पढ़ पाते उनके सामने जब पुस्तकें इंग्लिश में होती हैं तो या तो वो स्कूल जाना छोड़ देते हैं या फिर आत्मविश्वास खो देते हैं ।
इन विद्यालयों में भी मात्र 10% अध्यापक पढ़ाने के उद्देश्य से आते हैं ...शेष सिर्फ विद्यालय परिवर्तन के उद्देश्य से ....
सही निर्णय पर बिना धरातलीय समस्याओं को जाने ।अभी समय देना था ।
सरकार को चाहिए था कि इसके लिए अलग से विद्यालय खोले जाते ताकि छात्र स्वेच्छा से एडमिशन लेते ....वे विद्यालय जहाँ हिंदी माध्यम में भी पढ़ाई का स्तर न्यूनतम है वहां इंग्लिश तो उस स्तर को धरातल पर ही ले आएगा । ऊपर से उच्च प्राथमिक में भी इंग्लिश ....जो बच्चे हिंदी नही पढ़ पाते उनके सामने जब पुस्तकें इंग्लिश में होती हैं तो या तो वो स्कूल जाना छोड़ देते हैं या फिर आत्मविश्वास खो देते हैं ।
इन विद्यालयों में भी मात्र 10% अध्यापक पढ़ाने के उद्देश्य से आते हैं ...शेष सिर्फ विद्यालय परिवर्तन के उद्देश्य से ....
सही निर्णय पर बिना धरातलीय समस्याओं को जाने ।अभी समय देना था ।