पहले मामूली बात पर मासूम की बेरहमी से पिटाई की। ऐसा करने के पीछे वजह पूछने छात्र की मां स्कूल पहुंची तो न सिर्फ उससे अभद्रता की गई, बल्कि बेटे का स्थानांतरण पत्र (टीसी) थमा दिया। शिक्षकों की सनक यहीं नहीं रुकी।
प्रधानाध्यापक ने टीसी में महज 10 साल के बच्चे को स्कूल से निकाले जाने का कारण चरित्रहीन लिख दिया। मामले की शिकायत छात्र की मां ने स्थानीय पुलिस से की तो उन्होंने कार्रवाई के बजाय टरका दिया। इसके बाद उन्होंने शनिवार बीएसए से गुहार लगाई।
मामला कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय चतरौली का है। गांव की पूनम सिंह का पुत्र कक्षा पांच में है। 31 जुलाई को वह स्कूल पहुंचा। लंच में खेलते समय गिर पड़ा। आरोप है, इसी बात को लेकर शिक्षक अभिषेक कुमार वर्मा ने छात्र की डंडे से पिटाई कर दी। घर पहुंचकर बच्चे ने परिजनों को सारी बात बताई। पूनम अगले दिन पिटाई की वजह जानने पहुंचीं तो शिक्षक उनपर भी भड़क उठे। मामला इतना बढ़ा कि प्रधानाध्यापक ने तुरंत टीसी काटकर हाथ में थमा दी। साथ ही उसपर चरित्रहीन लिख दिया। उधर, शिक्षक ने बच्चे की पिटाई का आरोप निराधार बताया। कहा, गलती करने पर उसे डांटा जरूर था। इसी बात को लेकर कुछ लोगों ने उनपर हमला करने का प्रयास किया।
प्रधानाध्यापक ने टीसी में महज 10 साल के बच्चे को स्कूल से निकाले जाने का कारण चरित्रहीन लिख दिया। मामले की शिकायत छात्र की मां ने स्थानीय पुलिस से की तो उन्होंने कार्रवाई के बजाय टरका दिया। इसके बाद उन्होंने शनिवार बीएसए से गुहार लगाई।
मामला कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय चतरौली का है। गांव की पूनम सिंह का पुत्र कक्षा पांच में है। 31 जुलाई को वह स्कूल पहुंचा। लंच में खेलते समय गिर पड़ा। आरोप है, इसी बात को लेकर शिक्षक अभिषेक कुमार वर्मा ने छात्र की डंडे से पिटाई कर दी। घर पहुंचकर बच्चे ने परिजनों को सारी बात बताई। पूनम अगले दिन पिटाई की वजह जानने पहुंचीं तो शिक्षक उनपर भी भड़क उठे। मामला इतना बढ़ा कि प्रधानाध्यापक ने तुरंत टीसी काटकर हाथ में थमा दी। साथ ही उसपर चरित्रहीन लिख दिया। उधर, शिक्षक ने बच्चे की पिटाई का आरोप निराधार बताया। कहा, गलती करने पर उसे डांटा जरूर था। इसी बात को लेकर कुछ लोगों ने उनपर हमला करने का प्रयास किया।