हापुड़। जहां केंद्र सरकार ने पीएफ (EPF) पर ब्याज दर
बढ़ाने पर सहमति देकर करोड़ों कर्मचारियों का भविष्य सुधारा है, वहीं
शिक्षामित्रों को यह बेसिक सुविधा भी नहीं मिल रही है। हापुड़ के परिषदीय
स्कूलों में तैनात सैकड़ों शिक्षकों की सेलरी से भविष्य निधि (EPF) की
कटौती नहीं हो रही है। इससे उनका भविष्य खतरे में दिखाई दे रहा है।
आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने उठाई आवाज
आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने इसको लेकर आवाज उठाई है। जनपद में 650 शिक्षामित्रों को ईपीएफ का लाभ नहीं मिल रहा है। एसोसिएशन के आह्वान पर शिक्षामित्रों ने बीएसए को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। मंगलवार को शिक्षामित्रों ने बीएसए को ज्ञापन सौंपकर ईपीएफ की कटौती किए जाने की मांग की। उन्होंने राहत नहीं मिलने पर उच्च स्तर पर शिकायत करने की चेतावनी दी है। इस दौरान संजीव कुमार, हेमंत, करन, आभा, रीता त्यागी और प्रशांत कुमार मौजूद रहे।
कई साल पे पढ़ा रहे हैं बच्चों को
बता दें कि हापुड़ के बेसिक शिक्षा विभाग में कई साल से सैकड़ों शिक्षामित्र बच्चों को पढ़ा रहे हैं। इनके वेतन से ईपीएफ की कटौती नहीं की जा रही है। बताया जा रहा है कि कानपुर में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। जब वहां पर शिक्षामित्रों ने इस मामले को उठाया तो अफसरों की लापरवाही सामने आई थी। इसके बाद बीएसए के खाते सीज कर दिए गए थे।
आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने उठाई आवाज
आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने इसको लेकर आवाज उठाई है। जनपद में 650 शिक्षामित्रों को ईपीएफ का लाभ नहीं मिल रहा है। एसोसिएशन के आह्वान पर शिक्षामित्रों ने बीएसए को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। मंगलवार को शिक्षामित्रों ने बीएसए को ज्ञापन सौंपकर ईपीएफ की कटौती किए जाने की मांग की। उन्होंने राहत नहीं मिलने पर उच्च स्तर पर शिकायत करने की चेतावनी दी है। इस दौरान संजीव कुमार, हेमंत, करन, आभा, रीता त्यागी और प्रशांत कुमार मौजूद रहे।
कई साल पे पढ़ा रहे हैं बच्चों को
बता दें कि हापुड़ के बेसिक शिक्षा विभाग में कई साल से सैकड़ों शिक्षामित्र बच्चों को पढ़ा रहे हैं। इनके वेतन से ईपीएफ की कटौती नहीं की जा रही है। बताया जा रहा है कि कानपुर में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। जब वहां पर शिक्षामित्रों ने इस मामले को उठाया तो अफसरों की लापरवाही सामने आई थी। इसके बाद बीएसए के खाते सीज कर दिए गए थे।