शिक्षामित्र, अनुदेशक भी नहीं स्वीकार कर रहे प्रेरणा

 हरदोई: विभाग ने सोचा था कि शिक्षामित्र और अनुदेशकों के माध्यम से ही विद्यालयों में प्रेरणा पहुंच जाएगा, लेकिन वह भी दूरी बनाए हुए हैं।

इससे जिले में प्रेरणा एप के अपलोड करने वालों की संख्या नहीं बढ़ रही है और विद्यार्थियों की उपस्थित आन लाइन हो पा रही है। इस पर शिक्षा निदेशक ने नाराजगी जताई है।

बेसिक शिक्षा विभाग के तहत संचालित परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक व विभागीय अधिकारियों को प्रेरणा एप डाउन लोड कर उसी से आन लाइन उपस्थित व निरीक्षण अपलोड करना है। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के विरोध के चलते शिक्षामित्र और अनुदेशकों को प्रेरणा एप डाउन लोड करने के निर्देश दिए गए थे। शिक्षामित्र और अनुदेशकों ने प्रेरणा एप के प्रति सहयोग करने का आश्वासन दिया था। जिले के 2847 प्राथमिक और 1147 विद्यालयों के 12263 शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशकों को प्रेरणा एप डाउनलोड करना था। इनमें 1118 अनुदेशक और 4006 शिक्षामित्र शामिल हैं। शिक्षामित्र और अनुदेशकों को स्वयं की और विद्यार्थियों की उपस्थित भेजनी थी। साथ ही मिड-डे-मील योजना के तहत भोजन करने वाले बच्चों की फोटो भी अपलोड करनी थी। मगर जिले में अभी तक 326 विद्यालयों में ही प्रेरणा एप को डाउन लोड किया गया है। वहीं 12263 में से 383 ने ही प्रेरणा एप अपलोड किया है। इस पर शिक्षा निदेशक ने नाराजगी जताई और शिक्षामित्र और अनुदेशकों से प्रेरणा एप अपलोड कराने के निर्देश दिए। बीएसए हेमंत राव ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में निर्देशित किया गया है और उसकी प्रतिदिन मानीटरिग की जा रही है।