गोरखपुर, जेएनएन। फर्जी नियुक्ति-पत्र के आधार पर देवरिया जनपद
के गौरीबाजार के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पननहा में तैनात सहायक अध्यापक को
बीएसए ने बर्खास्त कर दिया।
विभाग को नहीं लगी भनक, शिकायत के बाद उजागर हुआ मामला
चार साल तक इसकी भनक बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को नहीं लगी। शिकायत के बाद मामला उजागर होने पर कार्रवाई की गई। वर्ष 2015 में उ'च प्राथमिक विद्यालयों में गणित व विज्ञान विषय के 29334 सहायक अध्यापकों की भर्ती हुई थी।
दो जगहों पर एक साथ लिया वेतन
मऊ जनपद के थाना दोहरीघाट के पतनई बुजुर्ग निवासी मयंक राय ने विभागीय लोगों की मिलीभगत से फर्जी नियुक्ति-पत्र तैयार कर पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक की नौकरी हथिया ली। वह कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय बनकटा में गणित शिक्षक के पद पर भी रहा। विभागीय लोगों के मुताबिक, दोनों जगहों से एक साथ करीब छह माह का वेतन उठाया।
गांव के ही व्यक्ति की शिकायत पर हुई जांच
मऊ जनपद के पतनई बुजुर्ग निवासी चंदन राय की शिकायत पर मामला सही मिला। इसके बाद बीएसए ने सात अगस्त को वेतन बाधित करते हुए नियुक्त पत्र के अलावा कार्यभार प्रमाण पत्र, शैक्षिक योग्यता समेत अन्य प्रमाण पत्रों के साथ सात दिन में स्पष्टीकरण मांगा। आरोपित शिक्षक ने इसका सभी प्रमाण-पत्र प्रस्तुत किया। जांच में नियुक्ति प्रमाण-पत्र फर्जी मिला।
चार साल से कर रहा नौकरी
इस संबंध में बीएसए प्रकाश नारायण श्रीवास्तव ने कहा कि फर्जी नियुक्ति-पत्र पर चार साल से नौकरी कर रहा था। जांच में यह पकड़ में आया। इसके बाद नियमानुसार कार्रवाई करते हुए बर्खास्त कर दिया गया है।
विभाग को नहीं लगी भनक, शिकायत के बाद उजागर हुआ मामला
चार साल तक इसकी भनक बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को नहीं लगी। शिकायत के बाद मामला उजागर होने पर कार्रवाई की गई। वर्ष 2015 में उ'च प्राथमिक विद्यालयों में गणित व विज्ञान विषय के 29334 सहायक अध्यापकों की भर्ती हुई थी।
दो जगहों पर एक साथ लिया वेतन
मऊ जनपद के थाना दोहरीघाट के पतनई बुजुर्ग निवासी मयंक राय ने विभागीय लोगों की मिलीभगत से फर्जी नियुक्ति-पत्र तैयार कर पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक की नौकरी हथिया ली। वह कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय बनकटा में गणित शिक्षक के पद पर भी रहा। विभागीय लोगों के मुताबिक, दोनों जगहों से एक साथ करीब छह माह का वेतन उठाया।
गांव के ही व्यक्ति की शिकायत पर हुई जांच
मऊ जनपद के पतनई बुजुर्ग निवासी चंदन राय की शिकायत पर मामला सही मिला। इसके बाद बीएसए ने सात अगस्त को वेतन बाधित करते हुए नियुक्त पत्र के अलावा कार्यभार प्रमाण पत्र, शैक्षिक योग्यता समेत अन्य प्रमाण पत्रों के साथ सात दिन में स्पष्टीकरण मांगा। आरोपित शिक्षक ने इसका सभी प्रमाण-पत्र प्रस्तुत किया। जांच में नियुक्ति प्रमाण-पत्र फर्जी मिला।
चार साल से कर रहा नौकरी
इस संबंध में बीएसए प्रकाश नारायण श्रीवास्तव ने कहा कि फर्जी नियुक्ति-पत्र पर चार साल से नौकरी कर रहा था। जांच में यह पकड़ में आया। इसके बाद नियमानुसार कार्रवाई करते हुए बर्खास्त कर दिया गया है।