68500 शिक्षक भर्ती मामले पर आज जारी हुए आर्डर पर क्या कहती है रिजवान टीम, और जानिये क्या होगी अग्रिम रणनीति
रिज़वान अंसारी✒
68500 के जजमेंट को लेकर किसी भी साथी को परेशान होने की जरूरत नही है, वह केस पहले से ही एक हारा हुआ केस था लेकिन फिर भी उस केस को लड़ने वाली टीमों ने जिंदा कर दिया था तथा उम्मीदें जीवित कर दी थी। जो टीमें इस केस को लड़ रही थी उनका प्रयास बेहतर रहा तथा 69000 केस इसके उलट है, यह केस सिंगल से जीता हुआ है तथा इसमे हम वही मांग कर रहे हैं जो आज कोर्ट ने जजमेंट में दिया है, हमारी तैयारी बेहतर है, हमारे पास अकाट्य साक्ष्य हैं, जिसके दम पर हम एक बार पुनः विजय श्री का वरण करेंगे।
डेट को लेकर आपको मानसिक तनाव जरूर है और हम इसको भली भांति जानते हैं इस सम्बंध में हम वकीलों के सम्पर्क में लगातार बने हुए हैं, चूंकि 69000 केस के लिए पार्टहर्ड बेंच गठित है और वही बेंच इसकी सुनवाई करेगी इस बेंच के एक जज इलाहाबाद बेंच में बैठ रहे हैं ऐसी दशा में यदि सरकार चाहें तो cj को एप्लिकेशन देकर दूसरी बेंच के गठन के लिए निवेदन कर सकती हैं किंतु यह हमारी विजय के लिए घातक हो सकता है, जो जज इस केस को 90% सुन चुके हैं और सकारात्मक भी है जब तक वह वापस न आ जाएं हमारे लिए इंतजार बेहतर विकल्प है, क्योकि हमारा मानना है कि दुर्घटना से देर भली यदि कोई हमारी बात से सहमत नही है तो वह अपने स्तर से भी प्रयास करने के लिए स्वतंत्र है।
कोर्ट की लड़ाई में धैर्य की बहुत अहम भूमिका होती है और आज धैर्य की सबसे अधिक आवश्यकता है, आप सोचो आज के दिन एक साल पूर्व आप इस भर्ती से बाहर थे और आज आप इस भर्ती का हिस्सा हो,।
हमारा एकमात्र लक्ष्य 40 45 है, जिसको हम हासिल कर चुके हैं शीघ्र ही दो जजों की मोहर लगनी शेष है।
रिज़वान अंसारी✒
68500 के जजमेंट को लेकर किसी भी साथी को परेशान होने की जरूरत नही है, वह केस पहले से ही एक हारा हुआ केस था लेकिन फिर भी उस केस को लड़ने वाली टीमों ने जिंदा कर दिया था तथा उम्मीदें जीवित कर दी थी। जो टीमें इस केस को लड़ रही थी उनका प्रयास बेहतर रहा तथा 69000 केस इसके उलट है, यह केस सिंगल से जीता हुआ है तथा इसमे हम वही मांग कर रहे हैं जो आज कोर्ट ने जजमेंट में दिया है, हमारी तैयारी बेहतर है, हमारे पास अकाट्य साक्ष्य हैं, जिसके दम पर हम एक बार पुनः विजय श्री का वरण करेंगे।
डेट को लेकर आपको मानसिक तनाव जरूर है और हम इसको भली भांति जानते हैं इस सम्बंध में हम वकीलों के सम्पर्क में लगातार बने हुए हैं, चूंकि 69000 केस के लिए पार्टहर्ड बेंच गठित है और वही बेंच इसकी सुनवाई करेगी इस बेंच के एक जज इलाहाबाद बेंच में बैठ रहे हैं ऐसी दशा में यदि सरकार चाहें तो cj को एप्लिकेशन देकर दूसरी बेंच के गठन के लिए निवेदन कर सकती हैं किंतु यह हमारी विजय के लिए घातक हो सकता है, जो जज इस केस को 90% सुन चुके हैं और सकारात्मक भी है जब तक वह वापस न आ जाएं हमारे लिए इंतजार बेहतर विकल्प है, क्योकि हमारा मानना है कि दुर्घटना से देर भली यदि कोई हमारी बात से सहमत नही है तो वह अपने स्तर से भी प्रयास करने के लिए स्वतंत्र है।
कोर्ट की लड़ाई में धैर्य की बहुत अहम भूमिका होती है और आज धैर्य की सबसे अधिक आवश्यकता है, आप सोचो आज के दिन एक साल पूर्व आप इस भर्ती से बाहर थे और आज आप इस भर्ती का हिस्सा हो,।
हमारा एकमात्र लक्ष्य 40 45 है, जिसको हम हासिल कर चुके हैं शीघ्र ही दो जजों की मोहर लगनी शेष है।