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संघर्ष के साथियों नमस्कार----
दोस्तों हमने पहले ही कहा था कि आज आगे केस की दिशा और दशा तय होगी तो आज जब अपने केस की सुनवाई शुरू हुई तो हमारी टीम के सीनियर अधिवक्ता चन्द्रा सर् ने डाइस सम्भालते हुए कहा कि सर् मामले को बहुत ज्यादा खींचा जा रहा है और हमारे बच्चों का नुकसान हो रहा है तो इसपर विपक्षी टीम के विधि
चाणक्य अमित भदौरिया ने कहा कि सर् 29 की डेट दे दीजिए और ह्मलोग बहुत जल्दी केस को conclude कर देंगे इतना सुनते ही कोर्ट विधि चाणक्य पर सख्त हो गयी और तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि ---
Do you think that the court is stupid you are repeating your arguements for five days--इसके साथ ही कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि आपके जितने भी सीनियर हैं उन सभीलोगों के arguements फाइनल conclude करवाकर जल्दी से जल्दी खत्म करवाइए,और साथ ही 23 कि अगली डेट पर महाधिवक्ता महोदय की उपस्थिति रहेगी ऐसा उनके ब्रीफ़िंग कौंसिल अभिनव त्रिवेदी ने कोर्ट को अवगत करवाया।।
इसके साथ ही चन्द्रा जी ने कोर्ट के सामने अपनी बात को रखते हुए कोर्ट को बताया कि सर् परसों सुप्रीम कोर्ट से एक आदेश ओपन कोर्ट में सुनाया गया है कि आनंद बनाम स्टेट के सभी पदों को छः माह के अंदर जल्दी से जल्दी भरे जाए,और यह भी बताया कि इसका जजमेंट आना बाकी है,जिसपर कोर्ट और भी सख्त हो गयी और जज साहब ने 29 की सुनवाई की डेट 23 को लगाकर जल्दी से जल्दी मामले को निस्तारित करने का आदेश दिया।।
दोस्तों आज हमारी टीम की तरफ से सीनियर अधिवक्ता चन्द्रा जी मेहा रश्मि, गौरव मल्होत्रा जी कोर्ट में उपस्थित थे।।
धन्यवाद
अखिलेश कुमार शुक्ला
बीएड लीगल टीम लखनऊ