गोंडा. प्रदेश में 59
हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया न्यायालय में लंबित होने के कारण सैकड़ों की
संख्या में जुटे अभ्यर्थियों ने बैठक कर चिंता व्यक्त करते हुए कहा किस
सरकार द्वारा जारी कट ऑफ मेरिट से योग्य अभ्यर्थी बहुत ही खुश थे। लेकिन
कुछ अभ्यर्थियों द्वारा न्यायालय में यह कहकर चुनौती दे दी गई कि कट ऑफ
मेरिट परीक्षा के बाद लागू की गई है। मामले का शीघ्र निस्तारण कराने के लिए
अभ्यर्थियों ने रणनीति बनाई।
मुख्यालय के गांधी पार्क में सैकड़ों की
संख्या में जूटे 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने न्यायालय में
लंबित प्रकरण पर चिंता व्यक्त की। अभ्यर्थियों ने बताया कि दिसंबर 18 में
अध्यापक भर्ती का एक विज्ञापन निकला गया। जिसकी परीक्षा 6 जनवरी 2019 को
सम्पन्न हुई। सरकार के द्वारा 60 प्रतिशत व 65 प्रतिशत कट ऑफ जारी किया गया
जिससे योग्य अभ्यर्थी बहुत प्रसन्न थे, लेकिन कुछ अभ्यर्थियों के द्वारा
इस कट ऑफ को कोर्ट में यह कह कर चुनौती दी गई कि यह कट ऑफ परीक्षा के
उपरांत लागू किया गया है।
ये लोग रहे उपस्थित
इस तरह यह शिक्षक भर्ती प्रक्रिया
न्यायालय में लंबित पड़ी हुई है। तब से युवा अभ्यर्थी मानसिक पीड़ा से ग्रस्त
है और भर्ती रुक जाने से परेशान है। इसी संबंध में गांधी पार्क में शिक्षक
भर्ती के अभ्यर्थियों की एक बैठक हुई जिसमें सरकार द्वारा जारी कट ऑफ का
अभ्यर्थियों ने सराहना किया और भर्ती शीघ्र शुरू करने की रणनीति बनाई। इस
बैठक में यमुना बक्श सिंह, राजन सिंह, जितेंद्र तिवारी, गौरव पांडेय, विनोद
गौड़, अम्बरीश मिश्रा, लवकुश भारती, प्रवीण कुमार, अनंत राम, बृजेश भारती,
विजय कुमार, आलोक चौधरी सहित सैकड़ों अभ्यर्थी उपस्थित रहे।