69 हजार शिक्षक भर्ती में मोबाइल नंबर बदलने के कारण आवेदन से वंचित दर्जनों अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को शिक्षा निदेशालय स्थित बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय के बाहर धरना दिया। इनमें कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी थे जिनके लिखित परीक्षा के आवेदन पत्र में गलत सूचनाएं भर गई थीं। इन अभ्यर्थियों की मांग है कि हलफनामा लेकर फॉर्म की गलती सुधारने का अवसर दिया जाए जैसा कि 68,500 शिक्षक भर्ती के दौरान किया गया था। हालांकि कार्यवाहक सचिव बेसिक शिक्षा परिषद विजय शंकर मिश्र ने इस मसले पर कोई बयान देने से इनकार कर दिया।
गिरीश कुमार का कहना है कि उनका मोबाइल खो गया जिसके कारण नंबर बदलना पड़ा। शिक्षक भर्ती के ऑनलाइन आवेदन में ओटीपी पुराने नंबर पर ही भेजी जा रही है। मऊ के पंकज कुमार के लिखित परीक्षा के फॉर्म में अंकित मोबाइल नंबर स्थायी रूप से बंद हो गया है। इसके कारण दोनों फॉर्म नहीं भर पा रहे। अभ्यर्थियों का कहना है कि डेढ़ साल में मोबाइल नंबर बदल गया या खो गया, लेकिन क्या सिर्फ इसके लिए किसी को भर्ती से बाहर किया जा सकता है।
अन्य अभ्यर्थियों का कहना है कि लिखित परीक्षा का फॉर्म उन लोगों ने साइबर कैफे वाले से भराया था। उसने फॉर्म भरने में गलती कर दी और प्राप्तांक, पूर्णांक, प्राप्तांक प्रतिशत या अन्य सूचनाएं गलत हो गईं। इसे मानवीय त्रुटि मानते हुए हलफनामा लेकर भर्ती में शामिल किया जाए। धरना देने में ममता सुमन, संजय यादव, दीपमाला दुबे, राहुल पांडेय, अर्चना तिवारी आदि रहीं। मोबाइल नंबर संशोधन के लिए कई अभ्यर्थियों ने ई-मेल पर भी प्रत्यावेदन दिया है।
गिरीश कुमार का कहना है कि उनका मोबाइल खो गया जिसके कारण नंबर बदलना पड़ा। शिक्षक भर्ती के ऑनलाइन आवेदन में ओटीपी पुराने नंबर पर ही भेजी जा रही है। मऊ के पंकज कुमार के लिखित परीक्षा के फॉर्म में अंकित मोबाइल नंबर स्थायी रूप से बंद हो गया है। इसके कारण दोनों फॉर्म नहीं भर पा रहे। अभ्यर्थियों का कहना है कि डेढ़ साल में मोबाइल नंबर बदल गया या खो गया, लेकिन क्या सिर्फ इसके लिए किसी को भर्ती से बाहर किया जा सकता है।
अन्य अभ्यर्थियों का कहना है कि लिखित परीक्षा का फॉर्म उन लोगों ने साइबर कैफे वाले से भराया था। उसने फॉर्म भरने में गलती कर दी और प्राप्तांक, पूर्णांक, प्राप्तांक प्रतिशत या अन्य सूचनाएं गलत हो गईं। इसे मानवीय त्रुटि मानते हुए हलफनामा लेकर भर्ती में शामिल किया जाए। धरना देने में ममता सुमन, संजय यादव, दीपमाला दुबे, राहुल पांडेय, अर्चना तिवारी आदि रहीं। मोबाइल नंबर संशोधन के लिए कई अभ्यर्थियों ने ई-मेल पर भी प्रत्यावेदन दिया है।