परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती विवादों में फंसती नजर आ रही है।
परीक्षा में नकल कराने वाले गैंग का खुलासा और टॉपर्स में शामिल धर्मेन्द्र कुमार पटेल के जेल जाने के बाद सरकार ने फर्जीवाड़े की जांच के लिए एसटीएफ को लगा दिया है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो
सके। एसटीएफ के लिए फर्जीवाड़ा करने वाले रैकेट का पता लगा कर, किन-किन सेंटरों से पेपर कैसे आउट कराया गया, किसने सॉल्व किया,आंसर की अभ्यर्थियों तक कैसे पहुंची, परीक्षा केंद्र में कैसे सेटिंग हुई, किस-किस की मिलीभगत थी, जैसे सवालों के जवाब तलाशना बड़ी चुनौती होगी।
यही नहीं पिछले कुछ दिनों में एक के बाद एक कई पेंच सामने आ चुके हैं। जांच पूरी होने के बाद फर्जीवाड़ा करने वालों को बाहर किया जाएगा। यही नहीं गलत प्रश्नों के मामले में विषय विशेषज्ञों के खिलाफ फैसला होने और आवेदन की अंतिम तिथि 22 दिसंबर 2018 तक आवश्यक योग्यता नहीं रखने वाले अभ्यर्थियों के बाहर होने के कारण एक जून को जारी जिला आवंटन में भारी फेरबदल होना भी तय हो चुका है।
ऐसे में एक जून की सूची से बाहर होने वाले अभ्यर्थी कानूनी लड़ाई को पेचीदा बनाएंगे। इन सबके साथ शिक्षामित्रों का मामला पहले से सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है जिसमें 37339 सीटें सुरक्षित रखते हुए प्रक्रिया बढ़ाने का आदेश मंगलवार को ही आया है।
भर्ती पर एक नजर
कब क्या हुआ
04 जून- प्रतापगढ़ के राहुल सिंह ने सोरांव थाने में आठ के खिलाफ फर्जीवाड़ा कर 7.50 लाख वसूलने का मुकदमा दर्ज कराया।
04 जून- सोरांव पुलिस ने एक लग्जरी गाड़ी में 6 लोगों को 7.50 लाख के साथ गिरफ्तार किया।
05 जून- पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. कृष्ण लाल पटेल के कॉलेज से 14 लाख रुपए बरामद हुए।
06 जून- 69000 सहायक शिक्षक भर्ती के 2 अभ्यर्थी भी गिरफ्तार हुए, जिसमें धर्मेंद्र को 150 में 142 अंक मिले थे। 07 जून- सोरांव पुलिस ने 2 अभ्यर्थी समेत 5 को जेल भेजा
08 जून- सोरांव पुलिस ने मुख्य आरोपी डॉक्टर कृष्ण लाल पटेल समेत 6 को जेल भेजा
09 जून- नामजद आरोपी मायापति की चल रही तलाश
परीक्षा में नकल कराने वाले गैंग का खुलासा और टॉपर्स में शामिल धर्मेन्द्र कुमार पटेल के जेल जाने के बाद सरकार ने फर्जीवाड़े की जांच के लिए एसटीएफ को लगा दिया है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो
सके। एसटीएफ के लिए फर्जीवाड़ा करने वाले रैकेट का पता लगा कर, किन-किन सेंटरों से पेपर कैसे आउट कराया गया, किसने सॉल्व किया,आंसर की अभ्यर्थियों तक कैसे पहुंची, परीक्षा केंद्र में कैसे सेटिंग हुई, किस-किस की मिलीभगत थी, जैसे सवालों के जवाब तलाशना बड़ी चुनौती होगी।
यही नहीं पिछले कुछ दिनों में एक के बाद एक कई पेंच सामने आ चुके हैं। जांच पूरी होने के बाद फर्जीवाड़ा करने वालों को बाहर किया जाएगा। यही नहीं गलत प्रश्नों के मामले में विषय विशेषज्ञों के खिलाफ फैसला होने और आवेदन की अंतिम तिथि 22 दिसंबर 2018 तक आवश्यक योग्यता नहीं रखने वाले अभ्यर्थियों के बाहर होने के कारण एक जून को जारी जिला आवंटन में भारी फेरबदल होना भी तय हो चुका है।
ऐसे में एक जून की सूची से बाहर होने वाले अभ्यर्थी कानूनी लड़ाई को पेचीदा बनाएंगे। इन सबके साथ शिक्षामित्रों का मामला पहले से सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है जिसमें 37339 सीटें सुरक्षित रखते हुए प्रक्रिया बढ़ाने का आदेश मंगलवार को ही आया है।
भर्ती पर एक नजर
- 01 दिसंबर 2018 को जारी हुआ था शासनादेश
- 05 दिसंबर 2018 को जारी हुआ भर्ती का विज्ञापन
- 22 दिसंबर तक 431466 अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन
- 06 जनवरी 2019 को भर्ती के लिए लिखित परीक्षा हुई
- 07 जनवरी 2019 को सरकार ने 60/65 प्रतिशत कट ऑफ रखने की घोषणा
- 11 जनवरी 2019 को 60/65 कटऑफ को हाईकोर्ट में चुनौती दी गयी
- 29 मार्च 2019 को हाईकोर्ट ने 40/45 कटऑफ रखने का आदेश दिया सरकार ने सिंगल बेंच के आदेश को मामले को डबल बेंच में चुनौती दी
- 06 मई को हाईकोर्ट ने 60/65 फीसदी कटऑफ के पक्ष में फैसला सुनाया
- 12 मई को 69000 लिखित परीक्षा का रिजल्ट घोषित हुआ
- 01 जून को जिला आवंटन सूची का प्रकाशन कराया गया
- 03 जून को काउंसिलिंग के पहले दिन हाईकोर्ट ने रोक लगाई
कब क्या हुआ
04 जून- प्रतापगढ़ के राहुल सिंह ने सोरांव थाने में आठ के खिलाफ फर्जीवाड़ा कर 7.50 लाख वसूलने का मुकदमा दर्ज कराया।
04 जून- सोरांव पुलिस ने एक लग्जरी गाड़ी में 6 लोगों को 7.50 लाख के साथ गिरफ्तार किया।
05 जून- पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. कृष्ण लाल पटेल के कॉलेज से 14 लाख रुपए बरामद हुए।
06 जून- 69000 सहायक शिक्षक भर्ती के 2 अभ्यर्थी भी गिरफ्तार हुए, जिसमें धर्मेंद्र को 150 में 142 अंक मिले थे। 07 जून- सोरांव पुलिस ने 2 अभ्यर्थी समेत 5 को जेल भेजा
08 जून- सोरांव पुलिस ने मुख्य आरोपी डॉक्टर कृष्ण लाल पटेल समेत 6 को जेल भेजा
09 जून- नामजद आरोपी मायापति की चल रही तलाश