69000 शिक्षक भर्ती में नकल कराने का मुख्य आरोपी डॉ. केएल पटेल व्यापम घोटाले में 45 दिन तक रहा था जेल में

69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में नकल कराने का मुख्य आरोपी डॉक्टर कृष्ण लाल पटेल व्यापम घोटाले में 45 दिन जेल में बंद था। इसी के साथ जेल गए लेखपाल संतोष बिंद की नौकरी पर भी सवाल उठने लगा है। पुलिस इनके एक साथी दुर्गेश और मायापति की तलाश में है। पुलिस का कहना है कि अब एसटीएफ आरोपियों की धरपकड़ में लगी है।



बताया जा रहा है कि डॉक्टर कृष्ण लाल पटेल को अपनी ननिहाल से काफी संपत्ति मिली थी। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में वह द्वितीय श्रेणी में ही पास हुआ था। दोनों में 54% नंबर था। इसके बाद उसने सैफई से मेडिकल में दाखिला ले लिया।


मेडिकल की पढ़ाई के दौरान ही डॉक्टर कृष्ण पटेल ने फूलपुर में आईटीआई कॉलेज खोल लिया और अपना बिजनेस शुरू कर दिया था। डॉक्टरी की पढ़ाई के दौरान ही उसने फर्जीवाड़ा शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि भोपाल में किसी अभ्यर्थी को परीक्षा में नकल कराने पहुंचा था और सेटिंग करके परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थी के पीछे बैठकर प्रश्न हल करा रहा था। इसी व्यापम घोटाले में वह पकड़ा गया और भोपाल में 45 दिन तक जेल में बंद था। इसी प्रकरण में पुलिस कृष्ण पटेल के साथी प्रतापगढ़ दुर्गेश की तलाश में हैं। वहीं दूसरी ओर जमानत पर रिहा हुए नकल माफियाओं के सहयोगी चंद्रमा यादव पर भी एसटीएफ की नजर है। एसटीएफ पता कर रही है कि कहीं चंद्रमा यादव की 69 हजार शिक्षक भर्ती में मिलीभगत तो नहीं है।