गोरखपुर। अनलॉक 2.0 के पहले दिन शासन के निर्देश पर जिले के परिषदीय विद्यालय एक बार फिर बुधवार से खुलेंगे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए बच्चे नहीं सिर्फ शिक्षक ही आएंगे।
स्कूलों को खोले जाने को लेकर शिक्षकों में नाराजगी है। उनका कहना है कि कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं ऐसे में यह निर्णय शिक्षकों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष भक्तराज राम त्रिपाठी ने कहा कि अधिकतर परिषदीय विद्यालयों को क्वारंटीन सेंटर बनाया गया था।
स्कूलों को खोले जाने को लेकर शिक्षकों में नाराजगी है। उनका कहना है कि कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं ऐसे में यह निर्णय शिक्षकों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष भक्तराज राम त्रिपाठी ने कहा कि अधिकतर परिषदीय विद्यालयों को क्वारंटीन सेंटर बनाया गया था।
लेकिन उन्हें बिना सैनिटाइज किए खोला जा रहा है। लॉकडाउन के कारण विद्यालय मार्च से बंद चल रहे हैं। हालांकि, जून में बेसिक शिक्षा परिषद ने बच्चों को खाद्यान्न प्रतिपूर्ति एवं यू-डॉयस समेत विभिन्न कार्यों के लिए शिक्षकों को स्कूलों में मौजूद रहने को कहा था।
शासन ने गर्मी की छुट्टी के बाद हमेशा की तरह पहली जुलाई को विद्यालयों को खोले जाने का निर्देश दिया है। शिक्षकों को स्कूल में मिड डे मील, यू-डॉयस, निशुल्क यूनिफॉर्म, किताबों का वितरण,शासन ने गर्मी की छुट्टी के बाद हमेशा की तरह पहली जुलाई को विद्यालयों को खोले जाने का निर्देश दिया है। शिक्षकों को स्कूल में मिड डे मील, यू-डॉयस, निशुल्क यूनिफॉर्म, किताबों का वितरण,
मिशन प्रेरणा के अंतर्गत ई पाठशाला, ऑपरेशन कायाकल्प, दीक्षा एप, शारदा कार्यक्रम, विद्यालयों का संविलियन, ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्य करना होगा।
शासन के निर्देश पर परिषदीय विद्यालय बुधवार से खेलेंगे। सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया गया है कि वो अपने अपने विद्यालय की कंपोजिट ग्रांट से विद्यालय के सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया पूरी कराने के बाद ही विद्यालय में काम शुरू करें। बीएन सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी