लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक और कर्मचारी एक जुलाई से और माध्यमिक शिक्षा विभाग के छह जुलाई से स्कूल जाएंगे। यह निर्णय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सोमवार शाम बेसिक, माध्यमिक, उच्च और प्राविधिक शिक्षा बिभाग के साथ हुई बैठक में लिया गया।
वहीं, मुख्य सचिब आरके तिवारी ने बताया कि जुलाई में विद्यार्थियों को स्कूल-कॉलेजों में नहीं बुलाया जाएगा। बीएड की प्रबेश परीक्षा 29 जुलाई को होगी। बैठक में स्कूल-कॉलेजों में ऑनलाइन ही प्रवेश की व्यवस्था करने, प्रवेश के लिए शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों- अभिभावकों को बुलाकर अनावश्यक भीड़ जमा नहीं करने पर निर्णय किया गया। सूत्रों के मुताबिक चारों शिक्षा विभागों ने जुलाई में विद्यार्थियों के लिए शिक्षण संस्थान नहीं खोलने का सुझाव दिया।
बैठक में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि शिक्षकों के लिए परिषदीय विद्यालयों को एक जुलाई से खोला जा रहा है। शिक्षक निशुल्क यूनिफार्म, मिड डे मील का अनाज वितरण सहित अन्य कार्यक्रमों को पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑनलाइन क्लासेज को प्रभावी तरीके से लागू किया जाए। इसके लिए जो संसाधन और सुविधाएं आवश्यक हैं उन्हें जल्द जुटाएं। उन्होंने स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर और हाथ धोने की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। बैठक में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की परीक्षाएं नहीं कराने और विद्यार्थियों को प्रोन््नत करने पर विचार किया गया। मुख्यमंत्री ने प्रोन्नति का अच्छा फॉर्मूला तैयार करने के निर्देश दिए हैं। ब्यूरो
वहीं, मुख्य सचिब आरके तिवारी ने बताया कि जुलाई में विद्यार्थियों को स्कूल-कॉलेजों में नहीं बुलाया जाएगा। बीएड की प्रबेश परीक्षा 29 जुलाई को होगी। बैठक में स्कूल-कॉलेजों में ऑनलाइन ही प्रवेश की व्यवस्था करने, प्रवेश के लिए शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों- अभिभावकों को बुलाकर अनावश्यक भीड़ जमा नहीं करने पर निर्णय किया गया। सूत्रों के मुताबिक चारों शिक्षा विभागों ने जुलाई में विद्यार्थियों के लिए शिक्षण संस्थान नहीं खोलने का सुझाव दिया।
बैठक में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि शिक्षकों के लिए परिषदीय विद्यालयों को एक जुलाई से खोला जा रहा है। शिक्षक निशुल्क यूनिफार्म, मिड डे मील का अनाज वितरण सहित अन्य कार्यक्रमों को पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑनलाइन क्लासेज को प्रभावी तरीके से लागू किया जाए। इसके लिए जो संसाधन और सुविधाएं आवश्यक हैं उन्हें जल्द जुटाएं। उन्होंने स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर और हाथ धोने की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। बैठक में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की परीक्षाएं नहीं कराने और विद्यार्थियों को प्रोन््नत करने पर विचार किया गया। मुख्यमंत्री ने प्रोन्नति का अच्छा फॉर्मूला तैयार करने के निर्देश दिए हैं। ब्यूरो