प्रयागराज : सभी परिषदीय विद्यालयों की प्रबंध समिति विद्यालय के लिए तीन वर्ष के लिए विकास योजना बनाएंगी। प्रधानाध्यापक प्रबंध समिति के साथ कम से कम दो बैठक करेंगे। जिला समन्वयक व खंड शिक्षाधिकारी सहयोग करेंगे। योजना में विद्यालय में शिक्षकों की संख्या, उपलब्ध संसाधनों के साथ ही आवश्यक संसाधनों का भी उल्लेख होगा। बच्चों व शिक्षकों की संख्या के साथ अन्य विषयों पर भी विचार किया जाएगा।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय से जारी पत्र में कहा कि 2020 से 2023 तक का विवरण तैयार करना होगा। इसमें विद्यालय परिक्षेत्र में स्कूल छोड़ चुके बच्चों की संख्या, विद्यालय में बच्चों का विवरण, विशेष प्रशिक्षण के लिए चयनित बच्चों की संख्या, विद्यालय में कुल दिव्यांग बच्चों व अध्यापकों की संख्या बतानी होगी। विद्यालय की क्या आवश्यकता है उसका भी उल्लेख करना होगा। कितना बजट आया और कितना किस मद में खर्च हुआ। कितने और बजट की जरूरत है उससे संबंधित जानकारी भी देनी होगी। समस्याओं के समाधान के लिए क्या सुझाव हैं यह भी बताना होगा।