उन्नाव : कारण जो भी हो लेकिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार पांडेय के एक पत्र ने शासन व प्रशासन दोनों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा को लिखे पत्र में उन्होंने पद छोड़ने
की इच्छा जाहिर की है। यहां पर उन्होंने कई कारण बताए हैं, लेकिन उनसे पत्र के बाबत जानकारी ली गई तो उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर ज्यादा कुछ नहीं बोला है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा से लेकर विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियोंमें इस बात की चर्चाएं हैं। अगस्त 2013 में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के पद पर बीके शर्मा की तैनाती की गई थी। करीब एक साल में उनके कार्यों पर उठी अंगुलियों व लगे आरोपों के आधार पर अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार ने उन्हें निलंबित किया था। यहां वित्तीय और कार्य अनियमितता के कई आरोप उनपर लगे। इसके बाद कंपोजिट ग्रांट घोटाले के जांच की आंच भारी पड़ी। निलंबन के बाद शासन स्तर पर बेसिक व माध्यमिक शिक्षा में कई अधिकारियों को इधर से उधर किया गया। इसमें प्रयागराज में माध्यमिक शिक्षा में एसोसिएट डीआईओएस पद पर कार्यरत प्रदीप कुमार पांडेय को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की कुर्सी दी गई। हालांकि, वहां कुछ समय बाद यह कुर्सी फिर बदल गई और बीके शर्मा को यह पद फिर से दिया गया। लेकिन कुछ दिन बाद फिर से हुई उथल-पुथल में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पद पर प्रदीप कुमार पांडेय को नियुक्ति दी गई। 23 नवंबर 2019 को पद संभालते एक साल अभी नहीं हुए हैं। ऐसे में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए प्रदीप कुमार पांडेय ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद व शिक्षा निदेशक बेसिक डॉ. सर्वंद्र विक्रम बहादुर सिंह से पद छोड़ने की इच्छा जाहिर करते हुए अवकाश मांगा है। फिलहाल, इस पत्र ने शासन व प्रशासन दोनों को सोचने पर मजबूर किया है।