जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत गुरुवार को जिले में 398 महिला अभ्यर्थियों को काउंसिलिग के लिए बुलाया गया था। इनमें से 331 अभ्यर्थियों ने ही मूल दस्तावेजों का सत्यापन कराया। नौरंगीलाल राजकीय इंटर कॉलेज (जीआइसी) में सुबह 10 से शाम पांच बजे तक काउंसिलिग चली। काउंसिलिग से पहले हर अभ्यर्थी का कोविड-19 टेस्ट कराने की व्यवस्था भी थी। टेस्ट के दौरान अलीगढ़ की अभ्यर्थी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से अफरा-तफरी मच गई।
कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ा रहे अभ्यर्थी इधर-उधर हो गए। संक्रमित अभ्यर्थी के अस्पताल जाते ही फिर से सब भीड़ लगाकर खड़े हो गए। कोविड-19 संक्रमण से बचने के उपायों का हर अभ्यर्थी पालन करे, इसके लिए नौ महिला शिक्षिकाओं की ड्यूटी भी लगाई गई थी, मगर स्थिति जस की तस ही रही। बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि संक्रमित अभ्यर्थी की काउंसिलिग सैनिटाइजेशन व शारीरिक दूरी के पालन के साथ कराकर उनको एंबुलेंस से अस्पताल भेज दिया गया। बाकी अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कराई गई। सभी को मास्क लगाकर ही बुलाया गया था।
कोर्ट के आदेश पर
आईं काउंसिलिग में
मेरठ व बहराइच में तैनाती पाई अभ्यर्थी भी काउंसिलिग में आईं। उन्होंने बताया कि 68500 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत उनको तैनाती दी गई है, मगर जिला व स्कूल गलत आवंटित कर दिए गए। इस पर वे न्यायालय गईं। अब इस काउंसिलिग में शामिल होने के आदेश न्यायालय ने दिए हैं जिसके आधार पर वो शामिल होने आई हैं।
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