आगरा: केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) का पेपर लीक करने के लिए विकास यादव ने वाट्सएप पर दो ग्रुप (सी-टेट व एस-टेट) क्रिएट किए थे। विकास ने परीक्षा से दो घंटे पहले ही पेपर को इन दोनों ग्रुपों पर भेज दिया था। इन ग्रुपों से जुड़े लोगों ने बाद में अन्य ग्रुपों को फारवर्ड कर दिया था।
आगरा के एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि विकास यादव द्वारा क्रिएट किए गए दो ग्रुपों में से एक से आगरा का मोहित भी जुड़ा था। मोहित ने ये पेपर कुलदीप को वाट्सएप पर फारवर्ड किया था। फिर कुलदीप ने कोचिंग संचालक विकास शर्मा को इसी तरीके से पेपर उपलब्ध कराया था। आरोपितों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीटीईटी का लीक हुआ पेपर आगरा में वाट्सएप के छह ग्रुपों पर प्रसारित किया गया था। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि इन ग्रुपों से कितने लोग जुड़े थे। आरोपितों के मोबाइल फोन से डिलीट किए गए डाटा को रिकवर करने का प्रयास किया जा रहा है।
कोचिंग संचालक समेत पांचों आरोपितों को जेल भेजा : सीटीईटी पेपर लीक मामले में पुलिस ने लोहामंडी थाने में कोचिंग संचालक विकास शर्मा निवासी लता कुंज थाना हरीपर्वत, मोहित यादव निवासी वीर नगर दयालबाग, कुलदीप फौजदार निवासी सिकरौता फतेहपुर सीकरी, प्रभात शर्मा निवासी ककुआ मलपुरा और थान सिंह निवासी गांव सहारा मलपुरा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।