पुरानी पेंशन बहाली तथा डीए फ्रीज करने का फैसला वापस लिए जाने की मांग को लेकर एक बार फिर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की रणनीति बनाई गई है। इसी क्रम में सोशल मीडिया पर कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों को लेकर अभियान शुरू हो गया है। अलग-अलग संगठनों की ओर से फेसबुक पर एकाउंट भी खोले गए हैं और उन्हें संचालित करने के लिए अलग टीम का गठन किया गया है।
इन मुद्दों को लेकर केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के अलग-अलग संगठनों की ओर से एक फरवरी से आंदोलन की घोषणा की गई थी। एक फरवरी को चेतावनी दिवस मनाया गया। जल्द ही आगे के आंदोलन का कार्यक्रम जारी किया जाएगा। डाक विभाग के कर्मचारी नेताओं का कहना है कि 26 नवंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की गई थी लेकिन उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया। ऐसे में अब लंबी लड़ाई की योजना बनाई गई है। उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ ने फेसबुक पर इन मुद्दों पर अभियान चला रखा गया है।
संघ के पदाधिकारियों की ओर से बिंदुवार मुद्दे उठाने के साथ लोगों से समर्थन की अपील की जा रही है। जिलाध्यक्ष नरसिंह का कहना है कि स्थितियां सामान्य होने के बाद सड़क पर आंदोलन की योजना है। इससे पहले जनसमर्थन जुटाने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान शुरू किया गया है। पुरानी पेंशन बचाओ मंच की ओर से अटेवा नाम से फेसबुक एकाउंट खोला गया है।
इससे राज्य के कर्मचारी और शिक्षक जुड़े हैं। वहीं राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाने के लिए एनएमओपीएस (नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम) नाम से एकाउंट खोला गया है। अटेवा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ.हरि प्रकाश यादव का कहना है कि इन एकाउंट से तीन लाख से अधिक लोग जुड़े हैं। उनका कहना है कि अब स्थितियां सामान्य होने लगी हैं और सड़क पर भी आंदोलन की तैयारी की गई है।
ट्विटर पर अभियान 23 मार्च को
पुरानी पेंशन बहाली की मांग तथा निजीकरण के विरोध में अटेवा की ओर से ट्विटर पर अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों और कर्मचारियों से संपर्क शुरू कर दिया गया है।