प्रश्नपत्र लीक होने के कारण रद की गई 28 नवंबर, 2021 की उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 23 जनवरी, 2022 को कराई जानी है। नकलविहीन और शुचितापूर्ण परीक्षा कराने के लिए शासन ने जनपद स्तरीय समिति गठित कर केंद्र निर्धारण के लिए जिलाधिकारी को जवाबदेह बनाया था। इसके लिए पूर्व में बनाए गए केंद्रों का पुनरावलोकन कराया जाना था, लेकिन जिलों ने परीक्षा केंद्रों की जो सूची उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव को भेजी है, उसमें कई जिलों ने कोई संशोधन नहीं किया है। इससे नकलविहीन परीक्षा कराना चुनौती होगी।
- आरक्षण का खेला जिसने रेजिडेंट डॉक्टर्स को पेला : क्या CTET में OBCs को central में आरक्षण मिलता है states में तो है लेकिन क्या central में है ?
- शिक्षक प्रदेश सरकार का स्वच्छ और अच्छा चेहरा है, इसपर मुस्कान रहनी चाहिए। प्रोमोशन और ट्रांसफर जैसे मुद्दों को खींचना समझ से परे है
- अपने पांच साल के कार्यालय म़े उ0प्र0 सरकार ने प्रत्येक सरकारी विभाग के कर्मचारियों/अधिकारियों को सैकड़ों सौगातें दीं
- बेसिक शिक्षा परिषद अवकाश तालिका 2022
- ब्रेकिंग न्यूज़...👈* *बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश में गर्मी की छुट्टियों में भारी कटौती।*
- 69,000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण विसंगति के कारण नियुक्ति से वंचित रहे आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की चयन सूची अब तीन जनवरी को
- शिक्षक भर्ती : 2021 खत्म होने के बाद भी राहत नहीं मिल पाने से अभ्यर्थियों में गुस्सा
- 69000 शिक्षक भर्ती की तीसरी सूची में चयनित जिले के 65 शिक्षकों को नए साल पर वेतन मिलने का रास्ता साफ
उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को परीक्षा केंद्रों की जो सूची उपलब्ध कराई गई, उसमें कई जनपदों ने कोई बदलाव नहीं किया है। कुछ जनपदों ने महाविद्यालय और विश्वविद्यालय का नाम भी परीक्षा केंद्रों की सूची में दिया है। यूपीटीईटी में 21,65,181 परीक्षार्थी दोनों पालियों की परीक्षा में सम्मिलित होंगे। इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए परीक्षा केंद्रों का निर्धारण शुचितापूर्ण किया जाना जरूरी है, ताकि केंद्रों से प्रश्नपत्र आउट होने की संभावना न रहे।
इसी मंशा को देखते हुए शासन ने विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों के साथ-साथ सीबीएसई एवं आइसीएसई बोर्ड के विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाने का सुझाव दिया था, ताकि केंद्रों की संख्या घटाकर निगरानी बढ़ाई जाए, लेकिन ऐसा हुआ नहीं है। मामले पर उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी का कहना है कि जनपदों ने परीक्षा केंद्रों की सूची भेज दी है। इसे एनआइसी लखनऊ भेजा जाएगा, जहां से परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया जाएगा। परीक्षा केंद्रों का निर्धारण कर 12 जनवरी को प्रवेशपत्र जारी किए जाने की तैयारी है।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 28 नवंबर, 2021 को प्रस्तावित थी लेकिन, पहली पाली का इम्तिहान शुरू होने से पहले ही पेपर लीक हो गया। इसके बाद सरकार ने पूरी परीक्षा रद कर दी थी। साथ ही सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय को निलंबित कर दिया था। इसके अलावा प्रिंटिंग प्रेस संचालक व साल्वर गिरोह के सरगना और अन्य सदस्यों की बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 23 जनवरी, 2022 को कराई जानी है। परीक्षा के बाद 27 जनवरी को वेबसाइट पर प्रश्नपत्र की उत्तरमाला जारी होगी। एक फरवरी तक उस पर आपत्तियां ली जाएंगी। 21 फरवरी तक विषय विशेषज्ञों की समिति आपत्तियों का परीक्षण करके निस्तारण करेगी और संशोधित उत्तरमाला 23 फरवरी को वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। परीक्षा का परिणाम 25 फरवरी को जारी होगा।
0 Comments