प्रयागराज। डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजूकेशन (डीएलएड) -2022 में पहले तो सीट के अनुरूप आवेदन नहीं आए। उसके बाद जो आवेदन आए, उसमें से 45,153 अभ्यर्थियों ने ही अब तक प्रवेश लिए। इस तरह 1,25,551 सीटें दो चरण में प्रवेश लिए जाने के बाद भी खाली रह गईं। अगर स्वीकृत सीट से प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों की संख्या देखेंगे तो यह आकड़ा 1,71,447 पहुंचेगा।
उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) की ओर से दो चरण में मेरिटवार प्रक्रिया होने के बाद प्रवेश के आंकड़े चिंताजनक है। अब रिक्त सीटों पर सीधे प्रवेश लेने का एक अवसर प्रशिक्षण संस्थानों को दिया जाएगा। इसकी तिथि शासन से अनुमति मिलने पर घोषित की जाएगी।
216600 सीट के सापेक्ष 45,896 आवेदन कम आए थे
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने प्रदेश के प्रशिक्षण संस्थानों की 2,16,600 सीटों के लिए आनलाइन आवेदन लिए थे। तिथि बढ़ाए जाने के बावजूद उतने भी आवेदन नहीं आए, जितनी स्वीकृत सीट हैं। कुल 1,70,704 आवेदन प्राप्त हुए थे। इसके बाद प्रथम राउंड में मेरिटवार पांच अगस्त से कालेज का विकल्प चुनने का अवसर अभ्यर्थियों को दिया गया।
उसके बाद कालेज आवंटन कर 11 से 22 अगस्त तक आवंटित संस्थान में अभिलेख सत्यापन कराकर करीब 31,000 अभ्यर्थियों ने प्रवेश लिए। इसके बाद दूसरे चरण में 30 अगस्त से चार सितंबर तक कालेज चुनने का अवसर दिया गया। इसमें मेरिट क्रम में कालेज आवंटन के बाद छह से आठ सितंबर तक प्रवेश लिए गए। इस चरण में करीब 14,000 अभ्यर्थियों ने प्रवेश लिए।
प्राथमिक शिक्षक भर्ती में पूर्व में डीएलएड प्रशिक्षित अभ्यर्थी ही आवेदन करते थे, इसलिए प्रवेश लेने वालों की संख्या संतोषजनक थी। अब निजी कालेजों को मिली मान्यता और वर्ष 2018 के बाद से प्राथमिक शिक्षक भर्ती में बीएड प्रशिक्षितों को अवसर दिए जाने से डीएलएड के प्रति छात्र छात्राओं का रुझान घटने लगा। पीएनपी सचिव ने बताया कि रिक्त सीटों को देखते हुए सीधे प्रवेश लिए जाने का एक मौका दिया जाएगा। इसके लिए शासन से मंजूरी मिलने पर अगले सप्ताह से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है।