लखनऊ : प्रदेश में इस वर्ष 4443 लेखपालों की राजस्व निरीक्षक के पद पर प्रोन्नति के कारण लेखपाल संवर्ग के लगभग साढ़े चार हजार पद खाली हो गए हैं। इन रिक्त पदों पर भर्ती कराने की तैयारी है।
प्रदेश में लेखपाल के 30827 पद सृजित हैं। राजस्व परिषद ने चयन वर्ष 2018-19, 2019-20 और 2020-21 में राजस्व निरीक्षक के पद पर 1222 लेखपालों की प्रोन्नति इस वर्ष अप्रैल में की थी। इस प्रोन्नति के बाद प्रदेश में लेखपाल के 19509 पद भरे जबकि 11328 पद खाली थे। इन 11328 पदों में से 8085 पदों पर भर्ती के लिए उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग परीक्षा करा चुका है। इन पदों पर भर्ती पूरी संपन्न हो भी जाती है, तो भी 3243 पद खाली रहेंगे। इस बीच राजस्व परिषद ने बीते अगस्त में चयन वर्ष 2021-22 में 1221 और लेखपालों को राजस्व निरीक्षक के पद पर प्रोन्नति किया गया है। राजस्व निरीक्षक के पद पर हुई प्रोन्नति के बाद लेखपाल संवर्ग के अब 4463 पद खाली हो गए हैं। लेखपाल का संवर्ग मंडलीय संवर्ग है।
आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद मनीषा त्रिघाटिया ने सभी मंडलायुक्तों से कहा है कि चयन वर्ष 2020-21 व 2021-22 के साथ ही चयन वर्ष 2022-23 का अधियाचन भी उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजा जाना है। इसलिए मंडल में लेखपाल पद की कुल रिक्तियों के आधार पर अधियाचन राजस्व परिषद को शीघ्र उपलब्ध कराया जाए