बेसिक शिक्षा विभाग में अन्तरजनपदीय स्थानांतरण के बाद शुरू हुई बहुप्रतीक्षित अंतर्जनपदीय पपारस्परिक / म्यूच्यूअल स्थानांतरण (एक ज़िले से दूसरा जिला) प्रक्रिया में 5 वर्ष की बाध्यता से शिक्षकों में निराशा एवं मायूसी छाई हुई है।
उनका कहना है कि पिछली बार स्थानांतरण प्रक्रिया में इस प्रकार की बाध्यता में शिथिलता प्रदान की गई थी लेकिन इस बार 5 साल की बाध्यता से प्रमुख रूप से उन शिक्षकों को अधिक निराशा है। जिनके पारस्परिक स्थानांतरण के साथी 68500 शिक्षक भर्ती और 69000 शिक्षक भर्ती से संबंधित हैं। चूंकि पूर्व की भर्तियों के शिक्षकों का सेवा काल 7-10 साल है लेकिन जिनसे म्यूचुअल स्थानांतरण होना है उन शिक्षकों का सेवाकाल 5 वर्ष से कम है ।
शिक्षकों का कहना है कि सरकार पूर्व की भाँति इस बार भी इस बाध्यता को ख़त्म करे क्योंकि पारस्परिक स्थानान्तरण में जिले में शिक्षको की कमी भी नहीं होती है क्योंकि कि शिक्षक एक दूसरे के प्रतिस्थानी हो जाते हैं और शिक्षक- छात्र अनुपात भी संतुलित बना रहता है समस्या के समाधान हेतु शिक्षक सरकार और अधिकारियों से लगातार गुहार लगा रहे हैं।