मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामले में ऐसे तत्वों को खुली चेतावनी दी है जो युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। योगी ने दो टूक कहा है कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना राष्ट्रीय पाप है और इसमें लिप्त लोगों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि वे घर के रहेंगे न घाट के। इनके खिलाफ होने वाली कार्रवाई भविष्य के लिए नजीर के रूप में याद रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को लोकभवन में विभिन्न विभागों में करीब 18 सौ पदों पर निष्पक्ष और परदर्शी ढंग से चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद उन्हें संबोधित कर रहे थे।
जीरो टॉलरेंस की नीति मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा पहले दिन से ही संकल्प है कि नियुक्ति की प्रक्रिया अगर ईमानदारी से आगे नहीं बढ़ पा रही है तो ये युवाओं के साथ खिलवाड़ है और अपनी प्रतिभा को पलायन के लिए मजबूर करता है। अगर युवा के साथ अन्याय होता है तो यह राष्ट्रीय पाप है। पहले दिन से ही हमने तय किया है कि ऐसे लोगों पर हम जीरो टॉलरेंस की नीति अपना कर निपटने का काम करेंगे।
सरकार सख्त कार्रवाई करेगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सभी तकनीक का उपयोग करते हैं, इसी तरह ऐसे तत्व भी तकनीक का उपयोग गलत कार्य के लिए करते हैं। कई बार सोचता हूं कि वो लोग तकनीक का इस्तेमाल कर अच्छे काम करते तो आगे बढ़तेे। मगर अब वे न घर के रहेंगे न घाट के और सरकार की कार्रवाई ऐसी होगी कि जो दूसरों के लिए नजीर बनेगी।
निष्पक्ष चयन प्रक्रिया ही शीर्ष प्राथमिकता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलग-अलग विभागों में चयनित युवाओं को प्रदेश की सेवाओं में आने के लिए शुभकामनाएं दीं। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का विजन ही डबल इंजन सरकार का मिशन भी है। निष्पक्षता और पारदर्शी तरीके से हर नौजवान को उसका अधिकार प्राप्त हो सके, सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। सरकार प्रदेश के विकास के लिए कटिबद्ध है। उसी का परिणाम है कि पिछले सात साल में 6 लाख से अधिक युवाओं को अब तक प्रदेश के शासकीय विभागों में नौकरियां प्रदान की गई हैं।