बलरामपुर: परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने की मंशा परवान नहीं चढ़ पा रही है। शिक्षकों की लापरवाही के कारण सरकारी योजनाएं भी बच्चों को स्कूलों तक लाने में विफल साबित हो रही हैं।
इस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सख्त तेवर अपनाए हैं। बच्चों की कल्पना देवी, बीएसए उपस्थिति बढ़ाने के लिए प्रभावी प्रयास न होने पर 347 विद्यालयों के समस्त शिक्षकों व स्टाफ का वेतन रोक दिया है। वहीं पूर्व में बिना सूचना अनुपस्थित रहने वाले 17 शिक्षकों का वेतन रोका गया था। स्पष्टीकरण मिलने पर सभी का वेतन बहाल कर दिया गया है।बीएसए कल्पना देवी ने बताया कि सीएम डैशबोर्ड पर जनवरी में जनपद को डी-श्रेणी में जगह मिलने पर बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास करने को बार-बार निर्देश दिए गए। साथ ही संवेदीकरण भी किया गाया। फिर भी फरवरी में मानीटरिंग करने पर पाया गया कि 347 विद्यालयों द्वारा प्रभावी प्रयास नहीं किए गए, जिससे जनपद की रैंकिंग में गिरावट आ रही है। छात्र छात्राओं को भी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
इनमें सदर शिक्षा क्षेत्र के 55, गैंडासबुजुर्ग के 21, गैंसड़ी के 30, हरैया सतघरवा के 81, पचपेड़वा के 33, रेहराबाजार के 23, श्रीदत्तगंज के 63, तुलसीपुर के 30 व उतरौला के 19 विद्यालय शामिल हैं। बलरामपुर नगर क्षेत्र में कंपोजिट विद्यालय आदर्श व उतरौला नगर में प्रावि नवीन की स्थिति खराव पाई गई है। इन विद्यालयों के समस्त स्टाफ का वेतन रोक दिया गया है। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई है कि छात्र संख्या के सापेक्ष उपस्थिति में सुधार पाए जाने पर ही वेतन बहाल किया जाएगा। इन शिक्षकों का बहाल वेतनः बिना सूचना विद्यालय से अनुपस्थित रहने
वाले 17 शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया था। बीएसए ने कड़ी चेतावनी के साथ इन शिक्षकों का वेतन बहाल कर दिया है। सदर शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सेखुई कला की इंचार्ज प्रधानाध्यापक दीप्ति शुक्ला, उच्च प्रावि गंगाडीह की सहायक अध्यापक अर्शिया खातून, प्रावि गोंदीपुर की विजयलक्ष्मी, कंपोजिट विद्यालय लखाही के अनूप अग्रवाल, प्रावि बांकी की स्वाती पांडेय व प्रावि सोनौढ़ा की अर्चना का वेतन रोका गया था।
तुलसीपुर में प्रावि जानकीपुर की सहायक अध्यापक रंजू सिंह, कंपोजिट विद्यालय भगवानपुर की आराधना मौर्या, राम अजोर, गैसड़ी के कंपोजिट विद्यालय हलौरा के धीरेंद्र वर्मा, प्रावि टेंगनहवा के उग्रसेन निरंजन, पचपेड़वा उच्च प्रावि मजगंवा के राम निवास, कंपोजिट विद्यालय विजयनगर के अशोक कुमार बेदी, मुकेश कुमार, हरैया सतघरवा के प्रावि मैनडीह के नितिन निगम व श्रीदत्तगंज के प्रावि मुजेहनी के मैदिनी कुमार निरंजन का भी वेतन बाधित चल रहा था। बीएसए ने बताया कि स्पष्टीकरण मिलने के बाद भविष्य में पुनरावृत्ति न होने की चेतावनी पर इन शिक्षकों का वेतन बहाल किया है।