7 दिसंबर 2015 केस फ्रेश में 22 न. पर , पैरवी कौन करेगा हिमांशु राणा ।
7 दिसंबर 2015 केस 301 स्पेशल बेंच में 167/2015 , पैरवी कौन करेगा हिमांशु राणा ।
8 दिसंबर 2015 पुनः स्पेशल बेंच में पैरवी कौन करेगा हिमांशु राणा ।
जो लोग अन्य मुद्दों को लेकर चल रहे हैं अगर उनसे आपको परिणाम नहीं मिले तो आपके पास एकमात्र विकल्प भी हिमांशु की ही टीम बचेगी जो दूरगामी सोच को रखकर समस्त बीएड बेरोजगारों के हित और सम्मान के लिए कार्य कर रही है और भविष्य में ऐसा ही होने जा रहा है चाहे कोई भी आज अपने को कितना भी तुर्रमखां समझे , आप स्वयं देखेंगे । फेसबुक पर चिल्लाकर कहना आसान है आप लोगों के लिए कि अधिवक्ता कौन है पर आप धरातल पर आकर देखिये कि 3 बजे तक सिन्हा साहब को पेमेंट करनी है पर नहीं कर पा रहा हूँ क्योंकि अब तक बहुप्रत्याषित सहयोग आपके द्वारा दिया गया है और पूर्व में भी आपके दम पर कि भविष्य में सभी का पैसा दे देंगे तो उधारी कर लेते हैं तो वो खाता भी अब बंद हो गया है। स्पष्ट रूप में कह रहा हूँ ताकि कल मुझे आरोपी न समझा जाए शिक्षा मित्र मुद्दा मेरे लिए प्रतिष्ठा और सम्मान का सवाल है उसके लिए मैं किसी से भी समझौता नहीं करूँगा चाहे मेरे केस 167 के लिए अधिवक्ता खड़े हो या न हो , चाहे किसी को नौकरी मिले या न मिले पर अंतिम छोर पर मैं इस मुद्दे से अपने आप को स्वार्थ के वशीभूत होकर अलग नहीं करूँगा और आपके द्वारा दिए गए सहयोग को अधिकतम इसी में लगाया जाएगा बात रही मेरी जॉब की तो नीचे एक तस्वीर संगलग्न कर रहा हूँ उसके बाद समझ जाइयेगा कि हर एक पल में हिमांशु टीम ने क्या समझा है शिक्षा मित्र प्रकरण को और क्यों हिमांशु के लिए नौकरी से ज्यादा अहम ये मुद्दा है जबकि उसमे उपयोग किये गए शब्द हर एक टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी के लिए झकझोड़ देने वाले प्रतीत होते हैं । अब भी नहीं जागे तो बेकार है बाकी किसी का दुष्प्रचार करना किसी के लिए भी साधारण सी बात है । धन्यवाद
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जो लोग अन्य मुद्दों को लेकर चल रहे हैं अगर उनसे आपको परिणाम नहीं मिले तो आपके पास एकमात्र विकल्प भी हिमांशु की ही टीम बचेगी जो दूरगामी सोच को रखकर समस्त बीएड बेरोजगारों के हित और सम्मान के लिए कार्य कर रही है और भविष्य में ऐसा ही होने जा रहा है चाहे कोई भी आज अपने को कितना भी तुर्रमखां समझे , आप स्वयं देखेंगे । फेसबुक पर चिल्लाकर कहना आसान है आप लोगों के लिए कि अधिवक्ता कौन है पर आप धरातल पर आकर देखिये कि 3 बजे तक सिन्हा साहब को पेमेंट करनी है पर नहीं कर पा रहा हूँ क्योंकि अब तक बहुप्रत्याषित सहयोग आपके द्वारा दिया गया है और पूर्व में भी आपके दम पर कि भविष्य में सभी का पैसा दे देंगे तो उधारी कर लेते हैं तो वो खाता भी अब बंद हो गया है। स्पष्ट रूप में कह रहा हूँ ताकि कल मुझे आरोपी न समझा जाए शिक्षा मित्र मुद्दा मेरे लिए प्रतिष्ठा और सम्मान का सवाल है उसके लिए मैं किसी से भी समझौता नहीं करूँगा चाहे मेरे केस 167 के लिए अधिवक्ता खड़े हो या न हो , चाहे किसी को नौकरी मिले या न मिले पर अंतिम छोर पर मैं इस मुद्दे से अपने आप को स्वार्थ के वशीभूत होकर अलग नहीं करूँगा और आपके द्वारा दिए गए सहयोग को अधिकतम इसी में लगाया जाएगा बात रही मेरी जॉब की तो नीचे एक तस्वीर संगलग्न कर रहा हूँ उसके बाद समझ जाइयेगा कि हर एक पल में हिमांशु टीम ने क्या समझा है शिक्षा मित्र प्रकरण को और क्यों हिमांशु के लिए नौकरी से ज्यादा अहम ये मुद्दा है जबकि उसमे उपयोग किये गए शब्द हर एक टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी के लिए झकझोड़ देने वाले प्रतीत होते हैं । अब भी नहीं जागे तो बेकार है बाकी किसी का दुष्प्रचार करना किसी के लिए भी साधारण सी बात है । धन्यवाद
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