-महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ बनारस ने की फर्जी दस्तावेज होने की पुष्टि
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-सत्यापन में खुला मामला, तीन शिक्षक बदायूं और एक शिक्षक तैनात है पीलीभीत में
-जेडी स्तर से फिर कराई जाएगी जांच, पुष्टि के बाद निरस्त की जाएंगी नियुक्तियां
जागरण संवाददाता, बरेली : एलटी ग्रेड की भर्ती में एक बार फिर फर्जीवाड़ा सामने आया है। चार शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं।
संयुक्त शिक्षा निदेशक के कार्यालय में आई सत्यापन रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है। इससे ज्यादा हैरत की बात यह है कि संबंधित कॉलेज ने इनके दस्तावेजों को सही बताते हुए रिपोर्ट भेज दी। अब संयुक्त शिक्षा निदेशक फिर से जांच कराएंगे ताकि हकीकत सामने आ सके।
संदीप कुमार केसरवानी, अखिलेश पांडेय, नितिन कुमार शुक्ला के प्रमाण पत्र महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ बनारस के हैं और इनकी नियुक्ति 2013-14 में हुई थी। वहीं ऊषा यादव के मूल प्रमाणपत्र पूर्वाचल विश्वविद्यालय के हैं और इनकी नियुक्त 2014-15 में हुई थी। पिछले दिनों इनके मूल प्रमाण पत्रों की सत्यापन रिपोर्ट आई जिसमें संबंधित विश्वविद्यालय ने इन दस्तावेजों को फर्जी करार दिया। संबंधित कॉलेज की रिपोर्ट इससे बिल्कुल अलग थी। कॉलेज ने सारे दस्तावेजों को सही करार दिया। बता दें कि हाल ही में करीब छह लोगों के फर्जी दस्तावेजों के मामले सामने आए थे। अब एक बार फिर फर्जीवाड़े का मामला सामने आ गया है। गुरुवार को जेडी शिव प्रकाश द्विवेदी ने चारों शिक्षकों के मामले में सुनवाई की। संबंधित विश्वविद्यालय और कॉलेज की रिपोर्ट में कौन सी रिपोर्ट सही है अब इसकी जांच कराई जाएगी। जेडी द्वारा संबंधित विश्वविद्यालय से फिर से जांच कराई जाएगी। ताकि सच्चाई सामने आ सके।
..कॉलेजों ने किया फर्जीवाड़ा
फर्जी दस्तावेजों को सही बताने वाले कॉलेजों में शक की सूई घूम रही है क्योंकि संबंधित विश्वविद्यालयों में इन अभ्यर्थियों का कोई भी रिकॉर्ड मौजूद ही नहीं है। कॉलेज की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तैयार करा लिए। अब जांच के बाद ही मामला की सच्चाई खुलेगी। जांच सही पाई जाती है तो इनकी नियुक्तियां निरस्त कर दी जाएंगी।
ये शिक्षक यहां हैं कहां हैं तैनात
-ऊषा यादव, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज बरखेड़ा पीलीभीत
-संदीप कुमार केसरवानी, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लुहिचा पीलीभीत
-अखिलेश पांडेय, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करनपुर बिसौली बदायूं
-नितिन कुमार शुक्ला, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बीजामऊ बरेली
चार शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी होने का मामला सामने आया है। संबंधित विश्वविद्यालय ने इसकी पुष्टि कर दी है। हालांकि कॉलेज इनके दस्तावेज सही बता रहा है। सच्चाई क्या है इसकी जांच फिर से कराई जाएगी। उसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
-शिव प्रकाश द्विवेदी, संयुक्त शिक्षा निर्देशक माध्यमिक शिक्षा
-जेडी स्तर से फिर कराई जाएगी जांच, पुष्टि के बाद निरस्त की जाएंगी नियुक्तियां
जागरण संवाददाता, बरेली : एलटी ग्रेड की भर्ती में एक बार फिर फर्जीवाड़ा सामने आया है। चार शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं।
संयुक्त शिक्षा निदेशक के कार्यालय में आई सत्यापन रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है। इससे ज्यादा हैरत की बात यह है कि संबंधित कॉलेज ने इनके दस्तावेजों को सही बताते हुए रिपोर्ट भेज दी। अब संयुक्त शिक्षा निदेशक फिर से जांच कराएंगे ताकि हकीकत सामने आ सके।
संदीप कुमार केसरवानी, अखिलेश पांडेय, नितिन कुमार शुक्ला के प्रमाण पत्र महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ बनारस के हैं और इनकी नियुक्ति 2013-14 में हुई थी। वहीं ऊषा यादव के मूल प्रमाणपत्र पूर्वाचल विश्वविद्यालय के हैं और इनकी नियुक्त 2014-15 में हुई थी। पिछले दिनों इनके मूल प्रमाण पत्रों की सत्यापन रिपोर्ट आई जिसमें संबंधित विश्वविद्यालय ने इन दस्तावेजों को फर्जी करार दिया। संबंधित कॉलेज की रिपोर्ट इससे बिल्कुल अलग थी। कॉलेज ने सारे दस्तावेजों को सही करार दिया। बता दें कि हाल ही में करीब छह लोगों के फर्जी दस्तावेजों के मामले सामने आए थे। अब एक बार फिर फर्जीवाड़े का मामला सामने आ गया है। गुरुवार को जेडी शिव प्रकाश द्विवेदी ने चारों शिक्षकों के मामले में सुनवाई की। संबंधित विश्वविद्यालय और कॉलेज की रिपोर्ट में कौन सी रिपोर्ट सही है अब इसकी जांच कराई जाएगी। जेडी द्वारा संबंधित विश्वविद्यालय से फिर से जांच कराई जाएगी। ताकि सच्चाई सामने आ सके।
..कॉलेजों ने किया फर्जीवाड़ा
फर्जी दस्तावेजों को सही बताने वाले कॉलेजों में शक की सूई घूम रही है क्योंकि संबंधित विश्वविद्यालयों में इन अभ्यर्थियों का कोई भी रिकॉर्ड मौजूद ही नहीं है। कॉलेज की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तैयार करा लिए। अब जांच के बाद ही मामला की सच्चाई खुलेगी। जांच सही पाई जाती है तो इनकी नियुक्तियां निरस्त कर दी जाएंगी।
ये शिक्षक यहां हैं कहां हैं तैनात
-ऊषा यादव, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज बरखेड़ा पीलीभीत
-संदीप कुमार केसरवानी, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लुहिचा पीलीभीत
-अखिलेश पांडेय, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करनपुर बिसौली बदायूं
-नितिन कुमार शुक्ला, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बीजामऊ बरेली
चार शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी होने का मामला सामने आया है। संबंधित विश्वविद्यालय ने इसकी पुष्टि कर दी है। हालांकि कॉलेज इनके दस्तावेज सही बता रहा है। सच्चाई क्या है इसकी जांच फिर से कराई जाएगी। उसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
-शिव प्रकाश द्विवेदी, संयुक्त शिक्षा निर्देशक माध्यमिक शिक्षा
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