जुलाई से नए कलेवर में दिखेंगे परिषदीय स्कूल

अलीगढ़ : परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद जब स्कूल जाएंगे तो उनका स्कूल चमचमाता हुआ मिल सकता है। अलीगढ़ में करीब 2500 परिषदीय स्कूल हैं। इनमें से ज्यादातर विद्यालय जर्जर अवस्था में हैं।
राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल, राजकीय प्राइमरी पाठशाला व राजकीय बेसिक प्राथमिक विद्यालयों की मरम्मत व रंगाई-पुताई के लिए शासन ने पहल की है।
इन कार्यो पर धन आवंटन के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक महिला शिक्षा कुमारी गायत्री ने प्रदेश के सभी बीएसए को पत्र लिखा है। पत्र में ऐसे सभी स्कूलों की सूची मांगी गई है जो निजी भवनों में संचालित हो रहे हैं। उन विद्यालयों को वरीयता दी जाएगी, जिनमें शौचालयों व सफाई की धनराशि पूर्व में स्वीकृत न की गई हो। राजकीय प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल में बाउंड्रीवाल, शौचालय व मूत्रलय को वरीयता दी जाएगी। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि मरम्मत कार्यो के लिए एक लाख रुपये की सीमा तक अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग प्रस्ताव भेजे जाएं। हालांकि इन प्रक्रियाओं के तहत कार्य पूरा कराने में कितना वक्त लगेगा ये अभी तय नहीं है। उम्मीद की जा रही है कि जुलाई में कक्षाएं शुरू होने से पहले जर्जर स्कूलों की मरम्मत आदि का कार्य पूरा करा लिया जाए।
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