शिक्षामित्रों के विरुद्ध बीटीसी वालों की पैरवी को हिमांशु राणा ने बताया गलत: सही ढंग से पैरवी न करने से दूरस्थ बीटीसी हुई बहाल

जब आज शिक्षा मित्रों और सरकार के द्वारा दूरस्थ बीटीसी के पक्ष में पैरवी की जा रही थी तो क्या इन्हें बीएड अभ्यर्थियों की तरफ से इनके प्रशिक्षण और टेट को चैलेंज की गई विशेष अनुज्ञा याचिका का हवाला देते हुए इनके
अभ्यर्थन को विशेष अनुज्ञा याचिका के आधीन नहीं कराना चाहिए था वैसे ये कोशिश अभी भी खंडपीठ में जाकर वरिष्ठ अधिवक्ताओं की सलाह के अनुसार ड्राफ्टिंग कराकर कर लेनी चाहिए |
नीचे है विशेष अनुज्ञा याचिका की रिपोर्ट में हमने एक डायरेक्शन एप्लिकेशन इनके टेट को चैलेंज करने हेतु डाली गई थी |
Slp (cc) civil 1621-22
Himanshu Rana vs state of up & oths 
धन्यवाद
हर हर महादेव
आपका कार्यकर्ता
हिमांशु राणा

नोट :- 27 जुलाई का आदेश आने दीजिये तत्पश्चात माननीय उच्चत्तम न्यायालय के आगे के लिए पोस्ट करूँगा , धैर्य बनाये रखें , date मिलना न्यायिक प्रक्रिया का एक हिस्सा है , अनर्गल बातों से कुछ नहीं होगा और न ही न्यायिक प्रक्रिया से जुड़े लोगों को कुछ कहने से , जितने आप आहत होते हैं उससे कहीं अधिक हम लेकिन अगर आहत होने से हम अपना कार्य करना छोड़ दें और भाग्य के भरोसे बैठ जाएं तो वो गलत है , नजर बनाये हुए हैं हर तरह से केस पर |
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