सिद्धार्थ शाह, ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्ध नगर बेसिक शिक्षा विभाग में
फर्जीवाड़ा सामने आया है। जेवर ब्लॉक के नगला हांडा प्राथमिक स्कूल की
प्रधानाध्यापिका पर जुलाई 2015 से अब तक एवं उससे पहले भी अलग अलग समय में
छुट्टियां लेने का मामला सामने आया है।
सूचना नहीं दी। विदेश में रहकर शिक्षिका वेतन लेती रही। एक साल तक विभाग आखें मूंद कर बैठा रहा। मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आने पर जांच बैठा दी गई है। इसके बाद से विभाग में हड़कंप मच गया है। विभागीय कर्मचारी अधिकारी अपनी गर्दन बचाने के प्रयास में जुट गए हैं।
प्रथम ²ष्टया सामने आया है कि विभागीय दस्तावेज में हस्ताक्षर मेल नहीं खा रहे हैं। शिक्षिका वर्ष 2013 में 90 दिन का बाल्य देखभाल अवकाश के बाद जुलाई 2015 से मार्च 2016 तक बाल्य देखभाल अवकाश, 26 अप्रैल 2016 तक चिकित्सकीय अवकाश दिखा कर लाभ पाती रही।
शिक्षिका को हाजिरी रजिस्टर में अप्रैल 2016 में अवैतनिक अवकाश पर दिखाया है। वहीं सर्विस बुक में उन्हें एक से 26 अप्रैल तक चिकित्सकीय अवकाश पर दर्शाया गया है।
हाजिरी रजिस्टर में अप्रैल 2016 में उसके हस्ताक्षर में काट छांट है। इसके बाद शिक्षिका 17 मई से एक साल के अवैतनिक अवकाश पर चली गई है। दो जुलाई 2015 से 26 अप्रैल 2016 तक अवकाश पर रही। हालांकि हर नब्बे दिन के बाद उसने अलग अलग प्रार्थना पत्र दिए और विभागीय अधिकारी शिक्षिका को अवकाश देने पर ज्यादा मेहरबान ही नजर आए। विभाग से जुडे एक कर्मचारी ने बताया कि दस्तोवज में किए गए हस्ताक्षर प्रथम ²ष्टया आपस में मेल नहीं खा रहे हैं।
-मनोज कुमार वर्मा, बेसिक शिक्षा अधिकारी, गौतमबुद्ध नगर।
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सूचना नहीं दी। विदेश में रहकर शिक्षिका वेतन लेती रही। एक साल तक विभाग आखें मूंद कर बैठा रहा। मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आने पर जांच बैठा दी गई है। इसके बाद से विभाग में हड़कंप मच गया है। विभागीय कर्मचारी अधिकारी अपनी गर्दन बचाने के प्रयास में जुट गए हैं।
प्रथम ²ष्टया सामने आया है कि विभागीय दस्तावेज में हस्ताक्षर मेल नहीं खा रहे हैं। शिक्षिका वर्ष 2013 में 90 दिन का बाल्य देखभाल अवकाश के बाद जुलाई 2015 से मार्च 2016 तक बाल्य देखभाल अवकाश, 26 अप्रैल 2016 तक चिकित्सकीय अवकाश दिखा कर लाभ पाती रही।
शिक्षिका को हाजिरी रजिस्टर में अप्रैल 2016 में अवैतनिक अवकाश पर दिखाया है। वहीं सर्विस बुक में उन्हें एक से 26 अप्रैल तक चिकित्सकीय अवकाश पर दर्शाया गया है।
हाजिरी रजिस्टर में अप्रैल 2016 में उसके हस्ताक्षर में काट छांट है। इसके बाद शिक्षिका 17 मई से एक साल के अवैतनिक अवकाश पर चली गई है। दो जुलाई 2015 से 26 अप्रैल 2016 तक अवकाश पर रही। हालांकि हर नब्बे दिन के बाद उसने अलग अलग प्रार्थना पत्र दिए और विभागीय अधिकारी शिक्षिका को अवकाश देने पर ज्यादा मेहरबान ही नजर आए। विभाग से जुडे एक कर्मचारी ने बताया कि दस्तोवज में किए गए हस्ताक्षर प्रथम ²ष्टया आपस में मेल नहीं खा रहे हैं।
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-मनोज कुमार वर्मा, बेसिक शिक्षा अधिकारी, गौतमबुद्ध नगर।
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