मुलायम के गढ़ में इतना बड़ा शिक्षक भर्ती घोटाला, जानकर हैरान रह जाएंगे आप

आजमगढ़. राजकीय विद्यालयों में पिछले दिनों हुई शिक्षक भर्ती में बड़ा फर्जीवार्डा सामने आया है। मंडल में करीब चार दर्जन लोगों ने फर्जी प्रमाण पत्र के जरिये नौकरी हासिल की। जांच में 13 पुरूष शिक्षकों का प्रमाण पत्र फर्जी मिलने पर उन्हें बर्खाश्त कर दिया गया है।
जबकि तीन शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच के लिए बोर्ड को लिखा गया है। यहीं नहीं 30 महिला शिक्षाकों के प्रमाण पत्र संदिग्ध मिलने पर उनसे जवाब मागां गया है। इनमें से भी कुछ पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है।
बता दें कि शासन द्वारा वर्ष 2014 में राजकीय विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला गया था। शिक्षकों की भर्ती पूर्ण होने के बाद शासन ने वेतन भुगतान प्रमाण पत्रों के सत्यापन के बाद करने को कहा था। विभाग द्वारा सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच संबधित बोर्ड से करायी गयी जिसमें राजकीय उमा विद्यालय नदवल मऊ के हिंदी शिक्षक कमलराज, खराटी आजमगढ़ तेज बहादुर सिंह, बहरामपुर मऊ के अभयानंद यादव, सरायपुल विंद आजमगढ़ के विपिन कुमार यादव, जमदरा मऊ के धीरज सोनकर, बघईपुर बलिया के राजेंद्र गिरी, सुल्तानीपुर मऊ के संस्कृत शिक्षक अग्नेश कुमार सिंह, सोनाडिह बलिया के अंग्रेजी शिक्षक राजेश कुमार पाठक, बहरामपुर मऊ के विज्ञान शिक्षक शिक्षक अरविंद कुमार सिंह, कोल बलिया के जीव विज्ञान शिक्षक शेखर चैहान, सोनाडिह बलिया के जीव विज्ञान शिक्षक अजीत कुमार कुशवाहा, सरायपुर पवई आजमगढ़ के सामाजिक विज्ञान शिक्षक सतीष कुमार तथा कोल बलिया के सामाजिक विज्ञान शिक्षक आदित्य सक्सेना के प्रमाण पत्र सत्यापन में फर्जी पाये गये। सभी को बर्खाश्त दिया गया।

वहीं चैबेपुर बलिया के अंग्रेजी शिक्षक प्रांजय राय, वहीं के सामाजिक विज्ञान शिक्षक अतुल गिरी तथा स्वदेव मऊ के अंग्रेजी शिक्षक प्रवाल देव के प्रमाण पत्रों के जांच की रिपोर्ट अभी नहीं आयी। जेडी रामचेत ने बताया कि 30 महिला शिक्षाकों के प्रमाण पत्र भी संदिग्ध पाये गये है। जिसकी जांच की जा रही है। साथ ही उनसे जवाब मांगा गया है। रिपोर्ट और जवाब को देखने के बाद कार्रवाई की जायेगी। इसके बाद नीचे की मेरिट से योग्यता के अनुसार नये शिक्षकों का चयन किया जायेगा।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines